कलेक्टरेट पर शालेय पोषण आहार कर्मचारियों का तीव्र प्रदर्शन
मांग पूर्ण न होने पर 28 जून को मंत्रालय के घेराव की चेतावनी
* जिलधिकारी को संगठना ने सौंपा ज्ञापन
अमरावती/दि.12 – आयटक महाराष्ट्र राज्य शालेय पोषण आहार कर्मचारी युनियन के तरफ से विविध मांगों को लेकर आज सभी जिलों में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने राज्यव्यापी धरना आंदोलन किया गया. मांगे पूर्ण नहीं होने पर आगामी 28 जून को मंत्रालय का घेराव करने की चेतावनी संगठना के जिलाध्यक्ष हिम्मतराव गवई ने दी है.
ज्ञापन में कहा गया है कि, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत शाला में पोषण आहार तैयार कर विद्यार्थियों को खाने देने वाले कर्मचारियों को केंद्र की तरफ से 60 प्रतिशत और राज्य सरकार की तरफ से 40 प्रतिशत मानधन देना निश्चित होने के बावजूद केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से प्रतिमाह केवल 2500 रुपए मानधन दिया जा रहा है. केंद्र सरकार ने राज्य सरकार की तरह मानधन में बढोत्तरी नहीं की है. उन्हें 1 अप्रैल 2023 से प्रतिमाह 2500 रुपए मानधन मिलता रहने से कर्मचारियों को उनके परिवार का पेट भरना भी मुश्किल हो गया है. दूसरी तरफ विधायक का प्रतिमाह मानधन 2 लाख रुपए और सांसद का 3 लाख रुपए मानधन है. इसके अलावा अन्य भत्ते भी लागू है. इस कारण केंद्र व राज्य सरकार ने बढती महंगाई को देखते हुए विचार करते हुए शालेय पोषण आहार कर्मचारी के मानधन में वृद्धि करने की मांग युनियन की तरफ से की गई है. ज्ञापन सौंपने वालो में जिलाध्यक्ष हिम्मतराव गवई, अर्चना भांडवलकर, राजू शहाणे, पुरुषोत्तम खोब्रागडे, शीला रुपनारायण, दिलीप आठवले, साबुलाल जामूनकर, प्रकाश कासदेकर, संगीता इंगले, जरीना शेख वसीम, मनीषा मेश्राम, रेखा नेवारे, संजय साबले, सलमा सौदागर, वर्षा खंडारे, शेषराव चंडगापुरे, ललिता मोडके, करुणा बावणे, रजनी जुमले आदि का समावेश था.