अमरावती

अप्परवर्धा प्रकल्पग्रस्तों को उचित मुआवजा देने हुई गहन चर्चा

अप्परवर्धा प्रकल्पग्रस्त कृति समिति के साथ अधिकारियों की जिलाधिकारी कार्यालय में हुई बैठक

मोर्शी/दि.7- अप्पर वर्धा बांध के निर्माणकार्य की शुरुआत 1976 में होकर पूर्ण हुई. इस प्रकल्प के लिए अनेक किसानों ने अपनी जमीन शासन के सुपुर्द कीक व कुछ जमीन सरकार ने जबर्दस्ती किसानों से ली. लेकिन पुनर्वसन नियम के अनुसार अप्पर वर्धा प्रकल्पग्रस्तों को नागरी सुविधा के नाम पर शासन, प्रशासन द्वारा अब तक ठेंगा दिखाया जा रहा था.
19 मई 2023 को यह प्रकल्प को 43 से 45 वर्ष पूर्ण हुए थे. इस प्रकल्प के कारण हजारों, लाखों नागरिकों के जीवनमान में सुधार हुआ लेकिन इस प्रकल्प के लिए जिन किसानों ने अपनी जमीन दी, उन्हें अब तक निराशा ही हाथ लगी. 45 वर्ष के प्रदीर्घ संघर्ष के बाद संतप्त किसानों ने मोर्शी तहसील प्रांगण में आत्मक्लेष अनशन शुरु कर शासन व प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित किया. आंदोलनकर्ताओं ने अलग-अलग तरीके से आंदोलन, निवेदन, रास्ता रोको, हल्ला बोल किया. इसके ही एक भाग के रुप में व बार-बार जिलाधिकारी कार्यालय में निवेदन कर अप्पर वर्धा बांधग्रस्तों के आत्मक्लेष अनशन के संदर्भ में अमरावती के जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक का आयोजन रने व जिले के पालकमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित नियोजन समिति की बैठक व उस बैठक में धरणग्रस्तों के विषय पर चर्चा करने हेतु जिलाधिकारी कार्यालय में आंदोलनकर्ताओं ने बार-बार प्रयास किए व आखिरकार 6 जुलाई को अमरावती जिले के जि.प. सीईओ व प्रभारी जिलाधिकारी अविश्यांत पंडा की अध्यक्षता में व जिले के पुनर्वसन अधिकारी अनिल भटकर के निदर्शन एवं अप्पर वर्धा बांधग्रस्त कृति समिति मोर्शी की विनती पर बैठक संपन्न हुई.
बैठक में अप्पर वर्धा बांधग्रस्त आंदोलनकर्ताओं ने अपनी 45 वर्षों की व्यथा अध्यक्ष के सामने प्रस्तुत की. इस समय प्रकल्पग्रस्तों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के अधिकारियों द्वारा उचित उत्तर दिए गए व प्रकल्पग्रस्तों की समस्या हल करे का आश्वासन अध्यक्ष व जिला प्रभारी जिलाधिकारी अविश्यांत पंडा ने दिया. बैठक में अधिकारी कार्यालय द्वारा प्रभारी जिलाधिकारी अविश्यांत पंडा, जिला पुनर्वसन अधिकारी अनिल भटकर, जिला भूसंपादन अधिकारी आशीष बिजवल, अप्पर वर्धा व पाटबंधारे विभाग कार्यकारी अभियंता सावंत, मोर्शी के उपविभागीय अधिकारी पवार, तहसीलदार सागर ढवले व संबंधित अधिकारी व अप्पर वर्धा प्रकल्पग्रस्त कृति समिति के साहेबराव विधले, अरविंद वानखडे, उमेश शहाणे, अमोल महल्ले, चरण बायस्कर, गजानन पुरी, प्रवीण ढोले, पंकज पाटील, दीपक भोकरे, किसन ठाकरे, अनिल वाघमारे आदि उपस्थित थे.

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