* दर्यापुर में ग्रीष्मकालीन खेल व क्रीडा शिविर का उद्घाटन
दर्यापुर/ दि.19 – आज के मोबाइल युग में बच्चें मैदानों से दूर हो चुके है और बच्चों की शारिरीक हलचल भी कम हुई है. जिसकी वजह से बच्चें कम उम्र में बीमार हो रहे है, अगर बच्चों को स्वस्थ्य रखना हो तो उनमें खेलों के प्रति रुचि निर्माण करना आवश्यक है. ऐसा प्रतिपादन विदर्भ प्रबोधन मंडल अध्यक्ष रविंद्र गणोरकर ने व्यक्त किया. वें ग्रीष्मकालीन खेल व क्रीडा शिविर के उद्घाटन के अवसर पर बतौर अध्यक्ष के तौर पर बोल रहे थे.
इस अवसर पर उद्घाटक के रुप में तहसीलदार सागर देशमुख तथा प्रमुख अतिथि के तौर पर थानेदार प्रमेश आत्राम, सेवानिवृत्त शारीरिक शिक्षक अशोक हिरुलकर, सुनीत हिरुलकर, महाविद्यालय के प्राचार्य दत्तात्रेय रेवस्कर, उपप्राचार्य नरेंद्र गोंडाने, उपमुख्याध्यापिका श्रीमती श्रीनाथ, पर्यवेक्षक भिसे व श्रीमती संत उपस्थित थे. इस समय सेवानिवृत्त शारीरिक शिक्षक अशोक हिरुलकर व उनकी पत्नी सुनीता हिरुलकर ने विद्यालय को 50 हजार रुपए दान स्वरुप दिए. जिसमें उनका अध्यक्ष रविंद्र गणोरकर के हस्ते सत्कार किया गया.
उद्घाटन समारोह में तहसीलदार डॉ. योगेश देशमुख ने अपने विचार प्रगट करते हुए कहा कि, विद्यार्थी जीवन में मोबाइल का इस्तेमाल बढ गया है. विद्यार्थी मोबाइल की दुनिया से बाहर आए व मैदानों को रोशन करे जिसके लिए उपक्रम चलाए जा रहे है. थानेदार प्रमेश आत्राम ने कहा कि, ग्रीष्मकालीन शिविर ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए एक सुनहरा अवसर है जिसका सदुपयोग करे. कार्यक्रम का प्रास्ताविक प्राचार्य दत्तात्रेय रेवस्कर ने रखा तथा संचालन गजानन सरदार ने किया व आभार संजय मनोहर ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शारीरिक शिक्षक निखिल बुंदेले, लालसिंग राठोड, क्रांति गहरवाल, हरिश माहुरे, अंकुश धर्माले व सभी शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने अथक प्रयास किए.