* अमरावती के अरण्य फाऊंडेशन की प्रस्तुति
अमरावती/दि. ३०-मुंबई में हाल ही में हुए द्वितीय आंतरराष्ट्रीय सिनेमा फॉर स्क्रीन फिल्म महोत्सव २०२२ स्पर्धा में अमरावती की अरण्य फाउंडेशन द्वारा प्रस्तुत सायलेंट इमर्जन्सी को उत्तम पुरस्कार देकर गौरवान्वित किया गया.
यह संशोधन पर आधारित फिल्म में जानकारी मेलघाट में आदिवासियों की स्वास्थ्य विषयक समस्या पर है. जिसमें प्रमुख रूप से आदिवासी विशेषत: कोरकू समुदाय के बाल कुपोषण, मातामृत्यु, कुपोषण के कारण होनेवाली बालमृत्यु इस पर प्रभावी रूप से प्रकाश डाला गया है. आदिवासी महिला व बाल स्वास्थ्य हक्क के उल्लंघन व उनके मानवी हक्क के शासन-प्रशासन में होनेवाले हनन व उदासीनता इस व्यवस्था के शिकार होनेवाले उदासीन बालक और माता, कोरोना के समय आदिवासी की भीषणता और जीवन जीने का संघर्ष, गर्भवती माता और बाल स्वास्थ्य इस विषय पर जानकारी देकर प्रकाश डाला गया है.
सिनेमा फॉर स्क्रीन आंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में कुल २७ देश की ३७१ फिल्म का समावेश था. उसमें से १५ फिल्म की अंतिम चरण में कुल १८ विविध श्रेणी में वर्गवारी की गई. जानकारी की श्रेणी में अरण्य फाउंडेशन प्रस्तुत और डॉ. नितीन गणोरकर दिग्दर्शित सायलेंट इमर्जन्सी को और अवंत सिन्हा के ‘भूम्चू’ (द ड्रोप्स ऑफ ईटरनल लाईफ ) को उत्तम जानकारी प्रस्तुत करने का पुरस्कार दिया गया. उत्कृष्ट लघु फिल्म का पुरस्कार अल्गेरी के मोऊराद हम्ला दिग्दर्शित ‘माय मदर्स व्हाईस’ और लेबनॉन के अहेमद झाराकेत दिग्दर्शित थ्री सम को देकर गौरवान्वित किया गया. सायलेंट इमर्जन्सी के जानकारी फोटो अर्जुन देशमुख ने लिए. संपादन प्रबोधिनी टिमप्रमवार, अर्थसहाय नीलिमा राउत, सहायक दिग्दर्शन श्रेयस पन्नासे तथा क्रिएटिव्ह दिग्ददर्शन हषीकेश खंबायत ने किया.