अमरावती/प्रतिनिधि दि.२२ – स्थानीय भारतीय विद्या मंदिर व्दारा संचालित भारतीय महाविद्यालय यहां शारीरिक शिक्षण विभाग तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिन का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. आराधना वैद्य ने की थी तथा प्रमुख मार्गदर्शक के रुप में प्रा. रेखा चवाडे योग प्रशिक्षक अमरावती डॉ. संगीता देशमुख, संचालक व विभाग प्रमुख शारीरिक शिक्षण के डॉ. प्रशांत विघे, रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विक्रांत वानखडे प्रमुख रुप से उपस्थित थे.
कार्यक्रम का प्रास्ताविक व कार्यक्रम की भूमिका डॉ. संगीता देशमुख ने रखी. इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय भाषण में प्राचार्या डॉ. आरधना वैद्य ने योग दिन का महत्व बताया. प्राचार्या आराधना वैद्य ने कहा कि, 21 जून को उत्तारायण समाप्त होकर दक्षिणायन की शुरुआत होती है. इस दिन दिन बडा होता है और रात छोटी होती है. 21 जून को सूर्योदय जल्द होता है और शाम को ज्यादा समय तक उजाला रहता है जिसकी वजह से इस दिन को विशेष महत्व प्राप्त हुआ है.
इसलिए 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिन के रुप में मनाया जाता है. पिछले सात वर्षो पूर्व अंतर्राष्ट्रीय योग दिन की शुरुआत की गई थी. मार्गदर्शक रेखा चवाडे ने भी अपने मार्गदर्शन में कहा कि, कोरोना महामारी के बढते प्रादुर्भाव की पार्श्वभूमि पर सर्तकता और उपाय योजना जरुरी है. कोरोना पर सीधे औषधियां उपलब्ध न होने पर उससे बचाव हेतु योगा आवश्यक है. योगा से शरीर में रोग प्रतिकारक शक्ति बढती है. नियमित रुप से योगा व व्यायाम किए जाने पर शरीर व मन सशक्त और सक्षम रहता है. कार्यक्रम का संचालन डॉ. संगीता देशमुख ने किया तथा आभार डॉ. विक्रम वानखडे ने माना. इस समय महाविद्यालय के सभी विद्यार्थी, प्राध्यापक, शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे.