परिचय सम्मेलन नहीं बल्कि समाज परिवर्तन का उत्सव है
उपविभागीय अधिकारी पर्वणी पाटिल का प्रतिपादन
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सर्वशाखीय माली समाज युवक-युवती परिचय सम्मेलन
अमरावती/ दि.3 – सर्वशाखीय माली समाज का परिचय सम्मेलन नहीं बल्कि यह समाज परिवर्तन का उत्सव है. सर्वशाखीय माली समाज को जोडने का प्रयास आयोजकों व्दारा किया जा रहा है. राष्ट्रपिता महात्मा फुुले के विचार जनसामान्य में आत्मसात किए जा रहे है. माली समाज में मैंने जन्म लिया मुझे इसका अभिमान है ऐसा प्रतिपादन उपविभागीय अधिकारी पर्वणी पाटिल ने व्यक्त किया.
वे रविवार को संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में आयोजित सर्वशाखीय माली संघ के 26 वें राज्यस्तरीय युवक-युवती सम्मेलन व परिचय पुस्तिका लोकार्पण समारोह में बतौर उद्घाटक के रुप में बोल रही थी. समारोह की अध्यक्षता सर्वशाखीय माली संघ के अध्यक्ष डॉ. गणेश खारकर ने की तथा उद्घाटन कुही की उपविभागीय अधिकारी पर्वणी पाटिल ने किया.
इस समय प्रमुख अतिथि के रुप में नागपुर के अधीक्षक अभियंता प्रदीप खवले, पूर्व विधायक वंसराव मालधुरे, नागपुर की सूचना अधिकारी व सहायक संचालक अर्पणा यावलकर, मोर्शी की नगराध्यक्षा मेघना मडघे, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनिल कुरलकर, महात्मा फुले बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र आंडे, सेवानिवृत्त आरटीओ अधिकारी राजेंद्र वाढोणकर, सिपना अभियांत्रिकी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय खेरडे, ऋणानुबंध के मुख्य संपादक प्रा. श्रीकृष्ण बनसोड, कार्यकारी संपादक प्रा. एन.आर. होले, इंजी. भारत खासबागे, सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी ओमप्रकाश अंबाडकर, वसंत भडके, मधुकर आखरे, प्रदीप लांडे, नंदकिशोर वाट, रामगोपाल खैरे, प्रा. नीलकंठ बोरोडे, अनिल भगत, प्रा. साहबराव निमकर, डी.एस. यावतकर, गोविंद फसाटे, प्रा. सुरेश पाटिल, अमरावती कृषि उपज मंडी के सभापति अशोक दहीकर, अन्नासाहब अढावकर, बबनराव पाटिल, नंदा बनसोड, डॉ. प्रशांत जावलकर, अलका श्रीखंडे, जयश्री कुबडे, मनोहर चरपे, स्मिता घाटोल, डॉ. स्मिता बनसोड मंच पर उपस्थित थे.
समारोह में प्रास्ताविक ऋणानुबंध के मुख्य संपादक प्रा. श्रीकृण बनसोड ने रखा तथा संचालन वैशाली ढाकुलकर ने किया व आभार डॉ. उज्जवला मेहरे तथा शारदा गणोरकर ने माना. परिचय सम्मेलन व ऋणानुबंध पुस्तक विमोचन समारोह को सफल बनाने हेतु इंजी. अनंत वाढोकार, इंजी. तुषार तडस, अक्षय हाडोले, महेश नीमकर, सुधीर घुमटकर, ऋषिकेश होले, अनुप कविटकर, मनोज होले, गजानन चांदूरकर, प्रभाकर वानखडे, नरेंद्र पांचघरे, शिवचरण उमक, अशोक आजनकर, पंकज मोघे, निलेश म्हसकर, डॉ. उज्जवला मेहरे, कल्पना होले, अरुण खारकर, पुष्पा नीमकर, किर्ती म्हसरकर, अनिता खवले, मंगला वाढोकर, डॉ. मीना बंदे, डॉ. सोनाली आंडे, आशा पाटिल, आशा भोगे, सिंधु भडके, सरला कलकमर, प्रवीण अंबाडकर, अलका श्रीखंडे, मीना बकाले, शारदा गणोरकर, राजश्री जवाले, विजया खासबागे, मंदा भगत, रेखा खैरे, सारिका वासनकर ने अथक प्रयास किए.
‘मी सावित्री माझी कर्म कहाणी’ पुस्तिका का विमोचन
रविवार को आयोजित सर्वशाखीय माली समाज युवक-युवती परिचय सम्मेलन व ऋणानुबंधन पुस्तिका विमोचन समारोह के अवसर पर मनोहर चरपे व्दारा लिखित ‘मी सावित्री माझी कर्म कहाणी’ पुस्तिका का तथा वर्हाड विकास विशेषांक का उपस्थित मान्यवरों के हस्ते विमोचन किया गया.
महात्मा फुले सेवा पुरस्कार से सम्मानित मान्यवर
स्थानीय संत ज्ञानेश्वर भवन में रविवार को आयोजित सर्वशाखीय माली समाज युवक-युवती परिचय सम्मेलन में महात्मा फुले सेवा पुरस्कार से विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले मान्यवरों को सम्मानित किया गया. जिसमें अशोक भोगे, सुरेश टवलारे, रविंद्र साबले, श्रीधर डहाके, जयेंद्र पवार, आर्यन वाट, बालासाहब पांचघरे, विक्रांत होले, सुनील डेहरणकर, शंकर फुटाणे, दिलीप भोंगडे, प्रा. मनोज श्रीखंडे, वा.ना. वासनकर, संजय मेहरे, एड. भैरवी टेकाडे, दीपक खवले, ज्ञानेश्वर यावले, डॉ. हरिहर केने, अशोक आजनकर, प्रभूदास खालोकार, गजानन आजनकर, प्रफुल्ल घोगरे, गोवर्धन मेंढे, वैभव वासनकर, सुभाष मालपे, शालिनी श्रीखंडे, रमेश कल्हारे, विनय डहाके, रमेश अंबाडकर, अरुण गणोरकर, सुखदेव म्हसने, प्रदीप ढवले, राजा जावरकर, प्रशांत भुयार, पद्मा ओंकार, रामकृष्ण अकर्ते, प्रशांत भुयार का समावेश है.
ऋणानुबंधन जीवनसाथी को मिलाने वाला कल्पवृक्ष
राष्ट्रपिता महात्मा फुले के परिवर्तनवादी विचारों का अनुसरण करते हुए पिछले 26 सालों से युवक-युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन व ऋणानुबंध पुस्तिका प्रकाशित की जा रही है. आज ऋणानुबंध परिचय पुस्तिका में देश के ही नहीं बल्कि विदेश के भी समाज बंधुओं के नाम दर्ज है. पिछले साल कोरोना काल में 700 वर-वधुओं के नाम ऋणानुबंध में दर्ज किए गए है. ऋणानुबंध आज वटवृक्ष बन चुका है. ऋणानुबंधन जीवनसाथी को मिलाने वाला कल्पवृक्ष है.
– प्रा. श्रीकृष्ण बनसोड,
ऋणानुबंध मुख्य संपादक