डॉ. श्रीकांत पाटिल व डॉ. पंकज चौधरी का अविष्कार
मल्टिफंक्शनल मल्टिपर्पज टूल’ फेटन कृषि के लिए क्रांतिकारक
अमरावती /दि. 19– यवतमाल जिले के सवाना में रसायन शास्त्र विभाग के प्रमुख डॉ. पंकज एस. चौधरी एवं विश्वविद्यालय के आजीवन अध्ययन एवं विस्तार विभाग के निदेशक डॉ. श्रीकांत पाटिल को उनके आविष्कार ’मल्टी़फंक्शनल मल्टीपर्पज़ टूल’ के लिए भारत सरकार द्वारा पेटेंट प्रदान किया गया है. खास बात यह है कि डॉ. पंकज चौधरी ने डॉ. श्रीकांत पाटिल के मार्गदर्शन में आचार्य की डिग्री हासिल की है.
यह एक बहुउद्देश्यीय मशीन है जिसका उपयोग करना बहुत आसान है और यह किसानों के लिए वरदान है और एक बहुमुखी और लाभदायक मशीन है जिसे बहुत कम समय में संभाला जा सकता है. यह ’बहुउद्देशीय उपकरण’ एक ऐसा उपकरण है जिसमें एक ही समय में घास काटने, फर्श की सफाई, स्टीलिंग और ड्रिलिंग जैसे कई कार्य होते हैं. इसके अलावा, इस अद्वितीय उपकरण को चार्ज करने योग्य बैटरी पर चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है जब बिजली कटौती की समस्या होती है या जहां लोड शेडिंग होती है. दिलचस्प बात यह है कि इस उपकरण को बनाने के लिए आवश्यक उपकरण बाजार में आसानी से उपलब्ध है. कृषि क्षेत्र के लिए यह एक क्रांतिकारी आविष्कार है. यह उपकरण न केवल बिजली से बल्कि रिचार्जेबल बैटरी से संचालित होता है जो कार्यस्थल में बिजली की समस्या को दूर करता है. किसान इसका उपयोग फसलों से अवांछित घास काटने, खुदाई से लेकर पाइपलाइन बनाने तक कर सकते हैं.
यह मशीन कम जनशक्ति और शाकनाशी के लिए छिड़काव का काम कर सकती है. यह उस क्षेत्र के लिए एक नेक उपहार हो सकता है जहां बिजली उपलब्ध नहीं है. इस बहुक्रियाशील उपकरण का उपयोग रासायनिक उद्योग में खतरनाक तरल रसायनों को मिलाने के लिए किया जाएगा. वहीं, बगीचे के रख-रखाव के लिए घास काटना, फर्श साफ करना जैसे घरेलू काम भी इस टूल से आसानी से हो जाएंगे. इसलिए यह मशीन किसानों के लिए वरदान है. डॉ. श्रीकांत पाटिल ने आजीवन शिक्षण और विस्तार विभाग द्वारा कृषि क्षेत्र में काम करने वाले छात्रों को सशक्त बनाने के लिए कौशल विकास पर आधारित चार अल्पकालिक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम शुरू किए हैं और ये पाठ्यक्रम स्कूल कॉलेज चैरिटेबल ट्रस्ट एनजीओ द्वारा चलाए जा सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए डॉ. श्रीकांत पाटिल से संपर्क करने का अनुरोध किया गया है.