वन जमीन में खेती करने वालों पर हमले की जांच करें
भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष जिला काउंसिल की मांग
अमरावती दि.10 – मराठवाडा के हिंगोली जिले में फारेस्ट व वन जमीन पर खेती करने वाले आदिवासी, भटके, विमुक्त, गरीब, किसान, खेत मजदूर पर किये गए हमले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पीडित परिवारों को न्याय दिया जाए, ऐसी मांग को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष जिला काउंसिल ने जिलाधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भिजवाया.
उन्होंने बताया कि, वन जमीन पर पेट भरने वाले मराठवाडा के हिंगोली जिले के पातोंडा स्थित वडार, अंध व बौध्द समाज के अल्प भूमिधारक किसान, गरीब मजदूर परिवारों पर वन विभाग के कर्मचारियों के माध्यम से गांव के गुंडे अमानविय हमला करते है, इसमें कई लोग घायल हुए है, कई लोगों के सिर फूटे, कई लोगों के पैर फैक्चर भी हुए. वन अधिकारियों के डर के मारे खेत मजदूर संभाजी मिरडकर ने 6 जनवरी को जहर पीकर आत्महत्या की. मजदूरों पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ रही है. इस वजह से मामले की जांच कर दोषियों पर कडी कार्रवाई की जाए, ऐसी मांग करते हुए सुनील मेटकर, जे.एम.कोठारी, चंद्रकांत बानुबाकोडे, अमर वानखडे, संजय मांडवधरे, निलकंठ ढोके आदि उपस्थित थे.