अमरावती/ दि. 25- केंद्र और राज्य सरकार की निधि से जंगल की सीमा दर्शाने के लिए वर्ष 2022- 23 में सीमेंट के पोल खडे किए गए. इसके लिए निधि भी खर्च की गई. यह पोल सचमुच खडे किए गए अथवा नहीं इस बाबत जांच शुरू की है. इस मुद्दे पर वरूड आरएफओ निशाने पर है. उपवन संरक्षक चंद्रशेखरन बाला के 20 जून के पत्र से खलबली मच गई है.
नागपुर के अप्पर प्रधान वन संरक्षक के निर्देशानुसार खंबों की रिपोर्ट देनी पडेगी. डीएफओ बाला ने परतवाडा, मोर्शी और वरूड वनक्षेत्र की सीमा पर सीमेंट पोल जांच का पत्र जारी किया. इसके मुताबिक शनिवार को वरूड आरएफओ क्षेत्र में वन सर्वेक्षक के.पी. राठोड, डी.बी. महाजन ने डेरा जमाकर जांच शुरू की है.
* वरूड में संदेह
वरूड वनपरिक्षेत्र में सीमा पर सीमेंट पोल लगाने बाबत हो रहे संदेह के कारण डीएफओ बाला ने पत्र जारी कर वन सर्वेक्षकों को जांच के लिए भेजा है. कितने पोल लगे, कितने कागजों पर ही दिखाए गए. इस बाबत रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा है. गुगल मेपिंग द्बारा वन परिक्षेत्र वनखंड क्रमांक समेत अन्य बातों को श्रेणीबध्द तरीके से विभाजित किया जानेवाला है.