अब तक 6 की रिपोर्ट आयी पॉजिटीव
अमरावती/दि.23 – इन दिनों इन्फ्ल्यूइंजा के एच3एन2 वायरस का संक्रमण अच्छा खासा बढ रहा है और जिले में 6 पॉजिटीव मरीज पाए जा चुके है. वहीं स्थानीय संगाबा अमरावती विद्यापीठ की कोविड टेस्ट लैब में रोजाना लगभग 100 सैंपलों की जांच की जा रही है. साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्बारा भी सभी लोगों को इस बीमारी के खतरे को लेकर सतर्क व सजग रहने हेतु कहा गया है.
उल्लेखनीय है कि, इस समय कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या भी एक बार फिर बढ रही है. जिले में इस समय 30 एक्टीव पॉजिटीव मरीज है. जिसमें से 20 एक्टीव पॉजिटीव मरीज मनपा क्षेत्र के ही निवासी है. इसके अलावा इन्फ्ल्यूइंजा के भी 6 पॉजिटीव पाए गए है. ऐसे सभी मरीजों के लिए स्थानीय जिला सामान्य अस्पताल में स्वतंत्र वार्ड तैयार किया गया. साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्बारा यह भी कहा गया है कि, वायरस से होने वाली बीमारी के लक्षण दिखाई देते ही 72 घंटे के भीतर डॉक्टर की सलाह से इलाज शुरु किए जाने पर बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है. इन्फ्ल्यूइंजा के टाईप-ए, टाईप-बी व टाईप-सी ऐसे प्रकार होते है. जिसमें से टाईप-ए के एच1एन1, एच2एन2 व एच3एन2 ऐसे उप प्रकार यानि सब वैरियंट होते है. जिसमें से इस समय एच3एन2 नामक वैरियंट का प्रकोप चल रहा है. इससे बचने के लिए साबून व स्वच्छ पानी से बार-बार हाथ धोना चाहिए. साथ ही अपने आहार में नीबू, आवला, मोसम्बी व संतरे के रस सहित हरी सागसब्जियोें का प्रयोग करना चाहिए.
* यह सतर्कता जरुरी
मरीज को सबसे अलग-थलग किसी स्वतंत्र कमरे में रखना चाहिए. मरीज ने अपने नाक व मुंह पर रुमाल या मास्क बांधकर रखना चाहिए. अन्य लोगों ने मरीज के संपर्क में नहीं जाना चाहिए. मरीज द्बारा स्पर्श किए गए हिस्से को साबून व साफ पानी से पोछना चाहिए. मरीज ने गरम पानी में नमक व हल्दी डालकर कुल्ला करना चाहिए.
* घबराएं नहीं, सतर्क रहें
इस संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग द्बारा जानकारी देने के साथ ही यह आवाहन भी किया गया है कि, इस बीमारी के संक्रमण को लेकर लोगों ने बिल्कूल भी घबराना नहीं चाहिए. बल्कि सावधान व सतर्क रहना चाहिए. साथ ही बीमारी अथवा संक्रमण के लक्षण दिखाई देते ही तुरंत अपनी स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए. ताकि जरुरत महसूस होने पर उनके थ्रोट स्वैब या रक्त सैंपल को जांच हेतु भिजवाया जा सके. साथ ही अच्छी बात यह है कि, इन सभी सैंपलों की जांच अब अमरावती मेें ही स्थित विषाणु परिक्षण प्रयोगशाला में की जाती है. जहां पर इन्फ्ल्यूइंजा के वायरस की जांच करने हेतु टेस्ट कीट उपलब्ध करा दी गई है.