अमरावती

अनुग्रह स्टॉक ब्रोकिंग के निवेशकों को उनकी भरपाई मिले

सांसद नवनीत राणा ने रखी मांग

* केंद्रीय मंत्री भागवत कराड से भेंट
अमरावती/दि.7– बहुचर्चित अनुग्रह स्टॉक ब्रोकिंग के मामले में बिगत दो वर्षों से अमरावती के निवेशकों का पैसा अटका हुआ है. निवेशकों को न्याय मिले और उनको उनके निवेश की राशि वापस मिले इस हेतु से आज नई दिल्ली स्थित संसद भवन के कार्यालय में सांसद नवनीत राणा के नेतृत्व में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भगवंतजी कराड के साथ प्रदीर्घ चर्चा हुई. गौरतलब रहे कि सांसद नवनीत रवि राणा ने यह मुद्दा पिछले दिनों लोकसभा के पटल पर प्रस्तुत किया था जिसकी नोंद वित्त मंत्री ने ली थी. उसके बाद से इस विषय पर करवाई शुरू हो चुकी है और इसे गति मिले इस हेतु से आज दिल्ली में विशेष मीटिंग का आयोजन किया गया. इस मीटिंग मे सांसद राणा के साथ अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष विनोद कलंत्री भी उपस्थित थे.चर्चा के दौरान सांसद राणा ने वित्त राज्य मंत्री कराड को इस बात से अवगत करवाया की अनुग्रह स्टॉक ब्रोकिंग इस कम्पनी को सेबी की मान्यता रहने से निवेशकों ने इस कम्पनी पर विश्वास जताया. इसी दौरान कंपनी को सेबी ने बेस्ट कंपनी के सम्मान से भी नवाजा इस वजह से निवेशकों का विश्वास और बढ़ गया और निवेशकों ने इस कंपनी में निवेश किया. अतः आप इस विषय मे जांच करवाकर इन्वेस्टर प्रोटेक्शन फण्ड से निवेशकों को नुकसान भरपाई दिलवाकर मेरे सांसदीय क्षेत्र के लोगो को राहत दिलाये यह विनंती सांसद राणा ने मंत्री महोदय से की. अमरावती चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष विनोद कलंत्री ने बातचीत को आगे बढ़ाते हुए कहा कि 2017 से सेबी को अनुग्रह स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी के संदिग्ध हरकतों की जानकारी थी. जिसकी ऑडियो क्लिप भी है. साथ ही तेलंगना हाइकोर्ट के आर्डर से यह प्रमाणित भी हो चुका है. कलंत्री ने आगे जानकारी दी कि एनएससी की गैरजिम्मेदाराना हरकतों के लिए अमरावती में एफआईआर भी रजिस्टर हुई है. किंतु पुलिस कारवाई संथ गति से चल रही है. चेंबर अध्यक्ष कलंत्री ने दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह हमारी दलीले साबित करेंगे.
1 सेबी निरीक्षण और टिपणीया
2. एन एस सी की 2018 की अपनी ऑडिट रिपोर्ट मे प्रमुख उलंघनो और पिछले आचरण के तहत सूचीबद्ध धोखाधडी कार्यो की एक सूची है और फिर भी नवंबर 2020 तक कोई कारवाई नही की गई है. गतिविधियों को निलंबित करने और ब्रोकर को नुकसान की भरपाई करने के लिए कहने के बजाय सांकेतिक जुर्माना लगाया जाता है और निवेशकों की सहमति के बिना अवैध रूप से बेचे गये शेयरों को वापस लाया जाय.
3. वोल्युम मे बढोतरी और अनुग्रह को धन्यवाद देने के लिए एनएसई एमडी द्वारा अनुग्रह को प्रशंक्षा पत्र जारी किये गये.
4. अनुग्रह और एनएससी के एमडी एनएससी के सी आर ओ और कानूनी प्रमुख सहित एनएससी के वरिष्ठ प्रबंधन के बीच की की गई कॉल रेकॉर्डिंग, दर्शाती है की अनुग्रह टीम को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दे रहे है और यह भी स्पष्ट किया की एनएससी को नुकसान और बकाया के बारे मे बहुत पहले से पता था और मार्च 2020 मे भी कार्य योजना प्रस्तावित की गयी थी. जुलै 2020 मे एडलवाइस द्वारा निवेशको के शेयरों की भारी बिक्री हुई ,जिसके बारे मे एनएससी को फरवरी से पता था. 2020 एनएससी का दावा है कि उन्हे जून 2020 मे धोखाधडी के बारे मे पता चला जो की ईस रेकॉर्डिंग से स्पष्ट रूप से गलत साबित होता है. जिसे एनएससी ने स्वीकार किया है. एनएससी ने कॉल रेकॉर्डिंग की अलग तरीके से व्याख्या करने की कोशिश की जो विफल रही और तेलंगना उच्च न्यायालयाने इस रेकॉर्डिंग पर भरोसा किया और एनएससी की इस दलिल को खारीज कर दिया कि उसे धोकादडी की जानकारी नही थी.
5. सेबी के अरली वार्निंग सर्क्युलर के अनुसार सीडीएसएल द्वारा अलर्ट जारी किया गया जो 2019 से शुरू हुआ और फिर भी सीडीएसएल ने शेयरों के अवैध हस्तांतरण को प्रभावी बनाया
6. तेलंगना उच्च न्यायालय का आदेश जो एनएससी, एडलवाइस द्वारा की गई धोखाधडी को रेकॉर्ड करता है.चेंबर अध्यक्ष कलंत्री ने कहा कि अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप अनुग्रह स्टॉक ब्रोकिंग में छोटे निवेशको द्वारा निवेशित धन राशी दिलाकर उन्हें सहयोग करे यह आपसे विनम्र प्रार्थना है. चर्चा दौरान रेनबो फायनान्स सर्विसेस की संचालिका मीनाक्षी सिकची एवं समाजसेविका सुधा तिवारी उपस्थित थी.

 

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