अमरावती

गुणकारी जामुन की बाजार में आवक

मेलघाट के जामुन की अधिक मांग

* रास्ते पर जगह-जगह सजी दूकानें
अमरावती/दि.27- ग्रीष्मकाल के आखिर में एवं बारिश की शुरुआत होते समय बाजार में रसीले, काले जामुन दिखाई देते हैं. फिलहाल शहर के मार्केट में जामुन आये हैं. लेकिन यह रसीले जामुन काफी महंगे है. मधुमेह के मरीजों के लिए गुणकारी व स्वाद में खट्टे-मीठे जामुन की आवक बाजार में अधिक और मांग भी अधिक हो रही है. चिल्लर विक्रेता 200 से 240 रुपए प्रति किलो दर से बेच रहे हैं.
बाजारपेठ के एक थोक विक्रेता के अनुसार बाजार में जामुन यह फिलहाल 200 से 800 रुपए कॅरेट के अनुसार बेचे जा रहे हैं. वहीं चिल्लर विक्रेताओं को 45 से 60 रपए किलो के हिसाब से मिल रहे हैं. सप्ताहभर पहले थोक बाजार में 60 से 90 रुपए किलो के हिसाब से बिक्री हो रही थी. शुरुआत में इस जामुन की कीमत कम हुई, अमरावती में गुजरात,लालीपुर,मध्यप्रदेश (बैतुल), चिंचोली, उड़ीसा, चंद्रपुर व बुलढाणा, चिखली सहित अमरावती जिले के छोटे जामुन चिखलदरा तहसील के भागों से आ रहे हैं.
फिलहाल घाऊक बाजार में तुलना में कम भाव में बिक्री किए जाने वाले जामुन चिल्लर बाजार में करीबन 190 से 240 रुपए प्रति किलो दाम से बेेचे जा रहे हैं. मधुमेहियों के लिए जामुन का सेवन करना लाभदायी माना जाता है. लेकिन दाम अधिक होने से सामान्य नागरिकों के लिए खरीदी करना असंभव है. ऐसा चित्र दिखाई दे रहा है. विक्रेताओं का कहना है कि जैसे-जैसे बारिश होगी, वैसे-वैसे आगामी कुछ दिनों में जामुन के दाम भी कम होंगे. इस बार जामुन की आवक अधिक है. गत वर्ष यही आवक कम थी. गत वर्ष किसानों ने जामुन का उत्पादन कम किया, जिसके चलते आवक कम एवं दाम अधिक थे, लेकिन इस बार आवक भी अधिक है. थोक बाजार में 200 से 800 रुपए कैरेट बिक्री के लिए हैै.
शरीर के लिए गुणकारी मधुमेह के मरीजों के लिए जामुन काफी फायदेमंद है. जामुन यह शरीर की शुगर को नियंत्रण में रखने के लिए मदद करता है. इसलिए जामुन के सीजन में शुगर वाले व्यक्ति बड़े पैमाने पर जामुन खरीदने के लिए आते हैं. वहीं जामुन यह त्वचा के लिए भी गुणकारी के रुप में इस्तेमाल किया जाता है. जामुन के बीज मुरुम व पिंपल्स दूर करने के लिए उपयोगी है. जामुन के पानी में बैक्टेरिया विरोधी गुणधर्म होने से इसका लाभ शरीर को होता है. जिसके चलते इस मौसम में जामुन काफी महंगे होते हैं.

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