नांदगांव पेठ में केवल 37 वाहन
अमरावती/दि.17- पिछले कुछ वर्षो से नांदगांव पेठ टोलनाके पर भारी मात्रा में अनियमितता शुरु रहने से हाल ही में कार्यरत हुए टोल व्यवस्थापक तुपारे ने नियमों का हवाला देते हुए पहले निशुल्क जानेवाले सभी वाहनों को टोल अदा करने की सख्ती की है. नांदगांव पेठ समेत परिसर में केवल 37 व्यवसायिक वाहन रहते नांदगांव पेठ के नाम पर 200 से अधिक वाहन निशुल्क जाते रहने से टोल व्यवस्थापन ने वाहनों के नंबर और जिनके नाम पर यह वाहन छोडे जाते है ऐसे व्यक्तियों के नाम की सूची पुलिस स्टेशन व पुलिस आयुक्त को सौंपी रहने की जानकारी है.
जानकारी के मुताबिक गत 10 वर्षो से यहां व्यवसायिक वाहनों का गोरखधंधा शुरु है. इसमें अनेक लोगों का समावेश है. दो-तीन वाहनों से शुरु हुआ यह गोरखधंधा आज 200 से अधिक वाहनों तक पहुंच गया है. जिनके नाम से यह वाहन छोडे जा रहे थे, ऐसे रैकेट के व्यक्ति को एक वाहन के पीछे प्रति माह 10 हजार रुपए मूल मालिक द्वारा दिए जाने की जानकारी है. लेकिन इस रैकेट में कौन-कौन शामिल है इस बाबत अब तक नाम सामने नहीं आए है. कल इस संबंध में अमरावती मंडल द्वारा खबर प्रकाशित किए जाने के बाद संबंधित वाहन संचालको में खलबली मच गई है. हाल ही में यहां कार्य़रत हुए टोल व्यवस्थापक ने इस प्रकरण को गंभीरता से लिया है. सभी वाहन संचालको की आर्थिक जांच करने की मांग भी उन्होंने की है. आईआरबी ने पुलिस को वाहन की सूची दी है. इसमें अभी तक कोई सच्चाई सामने नहीं आई है. लेकिन टोल व्यवस्थापक द्वारा लिए गए इस निर्णय से नांदगांव पेठ के 37 वाहनों को टोल टैक्स का भार सहन करना पड रहा है. इस कारण नांदगांव पेठ के वाहन संचालक आक्रामक हो गए है. इन व्यवसायिकों ने अपने वाहनों पर टोल न लगाने की मांग की है. टोल व्यवस्थापक यदि जबरदस्ती करता होगा तो पर्यायी मार्ग निकालने संबंधि ज्ञापन आईआरबी और महामार्ग प्राधिकरण को दिया गया है.