सिंचन विभाग ने निभाया वादा, गेहूं उत्पादन का प्रश्न हुआ हल
किसानों को राहत, कैनल की हुई सफाई
चांदूर रेलवे/दि. 28– इस बार मालखेड तालाब शत प्रतिशत न भरने से चांदूर भाग-वन का गेहूं का उत्पादन खतरे में आ गया था. फसल को पानी न देते हुए चने के लिए तीन चरणों में पानी देने का निर्णय सिंचन विभाग ने लिया था. लेकिन किसानों के आंदोलन के बाद सिंचन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने समय पर पानी छोडने का आश्वासन दिया था. इस वादे को निभाते हुए सिंचन विभाग ने कैनल की स्वच्छता कर पानी छोडा है.
इस वर्ष गेहूं को पानी मिलेगा क्या? मिलेगा तो कितना मिलेगा? कितने गेट तक जलापूर्ति होगी? ऐसे प्रश्न निर्माण होने से गेहूं की फसल को पानी ही न मिलने की चर्चा सिंचन विभाग में दिखाई दे रही थी. तब किसानों ने पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप से भेंट कर सिंचन विभाग कार्यालय का घेराव किया था. पूर्व विधायक प्रा. वीरेंद्र जगताप ने मध्यस्थी कर सिंचन विभाग को आडे हाथों लिया. इसी कारण इस वर्ष समय पर सभी कैनल की सफाई की गई है. अधिकारियों व्दारा किए गए वादे के मुताबिक समय पर पानी भी छोडा गया है. इस कारण किसानों ने पूर्व विधायक प्रा. वीरेंद्र जगताप और सिंचन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एस. पी. उमप व्दारा किए गए प्रयास पर समाधान व्यक्त किया है.
* पानी का दुुरुपयोग न करें
गेट नंबर 3 तक गेहूं की फसल को भरपूर पानी मिलने से किसानों ने गेहूं की बुआई समय पर कर पानी के लिए समय पर पंजीयन करने और पानी के लिए आपस में खीचतान न करते हुए पानी लेने और पानी का दुरुपयोग न करने का आहवान सिंचन विभाग ने किया है. पानी छोडे जाने से कुओं का जलस्तर भी बढा है, इस कारण तुअर, चना आदि फसलों को भी पानी देना किसानों के लिए सुविधा का होने वाला है.