10 वर्षों से इर्विन को मेट्रो ब्लड बैंक का इंतजार
अब तक किसी तरह की सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई
अमरावती/ दि.3 – जिला सामान्य अस्पताल याने इर्विन में वर्ष 2012 में मेट्रो ब्लड बैंक मंजूर किया गया. जिसके अनुसार प्राप्त निधि से ब्लड बैंक का निर्माण कार्य भी किया गया. परंतु इसके बाद किसी भी तरह की निधि, जरुरी यंत्र सामग्री प्राप्त नहीं हुई. इसके विपरित ब्लड बैंक का मनुष्यबल कम होने के कारण बकाया कर्मचारियों पर तनाव बढ गया है. इसके कारण ब्लड बैंक के अधिकारी, कर्मचारी को भी मेट्रो ब्लड बैंक का इंतजार है.
मरीजों को आसानी से जरुरी खुन और ब्लडग्रुप उपलब्ध हो तथा उसके लिए मरीजों के रिश्तेदारों को ब्लड प्राप्त करने के लिए किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए मेट्रो ब्लड बैंक मंजूर किया गया. परंतु निर्माण कार्य के अलावा अन्य कोई भी सुविधाएं ब्लड बैंक को प्राप्त नहीं हुई. ब्लड बैंक में 42 अधिकारी, कर्मचारियों की आवश्यकता है, परंतु 33 पद रिक्त है, जिससे अन्य अधिकारी, कर्मचारियों पर तनाव बढ गया है. ब्लड बैंक में सूचना अधिकारी महत्वपूर्ण पद है. इसके कारण ब्लड बैंक में 4 सूचना अधिकारी की आवश्यकता है, मगर एक भी पद नहीं भरे गए.
ब्लड बैंक में हर वर्ष 13 हजार युनिट के आसपास ब्लड संकलित होता है, परंतु पिछले तीन माह में संकलन कम होने के कारण खुन की कमी निर्माण हुई है. शिविर आयोजित करने के लिए जरुरी मनुष्यबल न होने के कारण यह कमी निर्माण हो रही है, ऐसा संबंधित अधिकारी का कहना है. इर्विन अस्पताल में जिले का एकमात्र ब्लड बैंक है. सभी जरुरतमंद मरीजों को खुन की आपूर्ति की जाती है. मरीज के रिश्तेदारों को खुन प्राप्त करने में परेशानी न हो, इसके लिए शासन ने 6 जनवरी 2012 को इर्विन में मेट्रो ब्लड बैंक मंजूर किया. प्राप्त निधि से केवल निर्माण कार्य किया गया, परंतु ब्लड बैंक को लगने वाले टेक्निशियन, डॉक्टर, अन्य मनुष्यबल, यंत्र सामग्री प्राप्त नहीं हुई. जिसके कारण पिछले 10 वर्षों से प्रतिक्षा में रहने वाला मेट्रो ब्लड बैंक हकीकत में कब शुरु होगा, ऐसा प्रश्न निर्माण हुआ है.