‘इर्विन’ का स्वास्थ्य बिगडा, एक ही बेड पर 2-3 मरीज
कल अचानक ओपीडी में बडी मरीजों की संख्या
अमरावती/ दि.27– जिला सामान्य अस्पताल याने इर्विन की ओपीडी में बेड की संख्या कम होने के कारण कल अचानक मरीजों की संख्या ज्यादा बढ जाने से एक बेड पर 2 से 3 मरीजों को लिटाकर इलाज करते हुए दिखाई दिया. ओपीडी में डॉक्टर उपलब्ध नहीं होेते, जिसके कारण वक्त रहते इलाज नहीं हो पाता, ऐसा भी आरोप कुछ मरीजों के रिश्तेदारों ने लगाया है.
इर्विन अस्पताल में रोजाना सैकडों लोग विभिन्न बीमारी व दुर्घटना में घायल मरीज इलाज के लिए मरीज लाए जाते है. इलाज के लिए आने वाली मरीजों की संख्या के तुलना में अस्पताल में सुख सुविधाएं कम पड रही है. कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण मरीजों का बुरा हाल हा रहा है, ऐसा दृष्य अस्पताल में देखने को मिल रहा है. कल अचानक ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ जाने पर एक बेड पर 2-3 मरीजों को लिटाकर इलाज कराना पडा. ऐसे वक्त में डॉक्टर न होने के कारण इलाज में भी काफी देरी लगने का आरोपी मरीजों के रिश्तेदारों ने लगात हुए अस्पताल प्रशासन पर अपना गुस्सा व्यक्त किया.
2 घंटे डॉक्टर का इंतजार
इर्विन अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के लिए आने वाली महिलाओं का भी वक्त रहते इलाज नहीं होता, ऐसी जानकारी एक महिला ने दी. संबंधित तज्ञ डॉक्टर व यहां के कर्मचारी से बार-बार संपर्क साधने के बाद भी 2 से 3 घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पडता है, ऐसा इलाज के लिए आयी एक महिला ने बताया.
सभी ओर बदबू, गंदगी
इर्विन अस्पताल के कई वार्ड में भयानक बदबू फैली हुई है. इसका खामियाजा यहां भर्ती मरीज और रिश्तेदारों को भुगतना पडता है. इतना ही नहीं तो परिसर में जगह-जगह पर गंदगी का साम्राज्य फैला हुआ है, यहां सफाई की जाने की मांग की जा रही है.
अस्पताल में कर्मचारियों की कमी है
इर्विन अस्पताल में कर्मचारियों की कमी है, जिसके कारण यहां कार्यरत कर्मचारी व डॉक्टरों को भागदौड करना पडता है. कल स्वास्थ्य विभाग की संचालक डॉ. साधना तायडे अमरावती आयी थी. उन्हें भी अस्पताल में मनुष्यबल कम होने की जानकारी दी गई है.
– नरेंद्र सोलके,
आरएमओ इर्विन अस्पताल