* 8 दिनों में करेंगे पर्यायी व्यवस्था-कलेक्टर
* बंद वार्ड तुरंत शुरू करने का प्रयास- जिला शल्य चिकित्सक
अमरावती/ दि. 18– एक ओर जिले में कॉलरा व डायरिया का प्रकोप तेजी से बढ रहा है. वहीं दूसरी ओर जिले के प्रमुख सरकारी अस्पताल रहनेवाले जिस इर्विन अस्पताल के वार्डो में डायरिया व मौसमी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का इलाज किया जाता है. वह वार्ड नंबर 10 व 11 बंद रहने से मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. जिस पर जिला शल्य चिकित्सक डॉ. प्रमोद नरवणे को पूछने पर उन्होंने संबंधित वार्ड बंद रहने का कारण पैरामेडिकल स्टाफ की कमी बताया. इस विषय पर जब जिलाधीश पवनीत कौर का ध्यान खींचा गया तो आगामी 8 दिनों के भीतर संबंधित पैरामेडिकल स्टाफ के पद भरे जायेंगे, ऐसा आश्वासन जिलाधीश कौर ने देते हुए बंद वार्ड तुरंत शुरू करने को लेकर आश्वस्त किया. जानकारी अनुसार इर्विन अस्पताल में पैरामेडिकल स्टाफ के 120 से अधिक पद खाली है. स्टाफ की कमी के कारण अस्पताल का व्यवस्थापन भी चरमरा गया है.
इर्विन अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है. अटेंडंस के 140 पद मंजूर है. लेकिन 70 से अधिक पद खाली ही है. उसी प्रकार 1 अधिसेविका, 2 निदेशिका, 1 सामान्य स्वास्थ्य परिचारिका, 3 बाल परिसेविका, 1 मनोरूग्ण परिसेविका, 7 परिसेविका, 46 अधिपरिसेविका, 1 एएनएम, 1 वार्डन ऐसे 70 से अधिक परिसेविकाओं के पद रिक्त पडे है. उसी प्रकार चतुर्थश्रेणी कर्मचारी, वार्ड अटेडंस जैसे पद भी रिक्त पडे होने से इर्विन अस्पताल का व्यवस्थापन चरमरा गया है. जिस पर जिला शल्य चिकित्सक ने अकोला स्वास्थ्य विभाग से पत्राचार भी किया है. लेकिन अभी तक संबंधित रिक्त पद भरे नहीं गये है. इसी विषय पर आज जिलाधीश पवनीत कौर को पूछे जाने पर उन्होंने दैनिक अमरावती मंडल को बताया कि आगामी 8 दिनों के भीतर इर्विन के पैरामेडिकल स्टाफ के रिक्त पद भरने की कार्रवाई पूर्ण करने के निर्देश जिला शल्य चिकित्सक को जारी किए है. जल्द ही दोनों बंद वार्ड शुरू किए जायेंगे.
* जिले में डायरिया- कॉलरा का प्रकोप तेज
महाराष्ट्र राज्य में अकेले अमरावती जिले में डायरिया- कॉलरा का प्रकोप तेज है. जिले के चिखलदरा तहसील में सर्वाधिक 1500 मरीज डायरिया से ग्रस्त मिले है. इनमें से 4 मरीजों की मौत हो गई. उसी प्रकार वलगांव के समीपस्थ स्थित नया अकोला में भी एक मरीज की मौत डायरिया से हुई है. जिस पर सभी से मौसमी बीमारियों से बचने के लिए पानी उबालकर पीए, खुले में बिकनेवाले अन्न पदार्थो का सेवन न करे. मख्खियों का प्रबंध कर स्वच्छता पर विशेष ध्यान दे. यह अपील जिला प्रशासन द्बारा की जा रही है.