अमरावतीमहाराष्ट्र

ईसर गौरा जी की झांकी बनी उत्सव का आकर्षण

गणगौर के गीत के साथ लिया आनंद

अमरावती/दि.5-नवाथे प्लॉट बडनेरा रोड परिसर में ईसर गौरा जी की झांकी की ढोल ताशा के साथ शोभा यात्रा धूम धाम से निकाली गई. वेंकटेश लॉन में आकर्षक नृत्य और गीत धूमधाम से प्रस्तुत किए गए. सभी ने एक दूसरे को गुढी पड़वा और नव वर्ष की शुभकमनाएं दी. इस समय गायत्री राठी, श्रेया जाजू, अनुश्री पाल, कल्पना राठी, सुमन जाजू, सीमा बेहरे, किरण मूंदड़ा, हेमा चांडक, आशा चांडक, दुर्गा जाजू, पंकिता कासट, भावना मूंदड़ा, रीता टावरी, प्रेमा तिवारी, माया टावरी, खुशबू राठी, मधु बंग, वैष्णवी राठी, श्रेया राठी, सुनंदा चांडक, कविता राठी, कृष्णा टावरी, डॉ. किरण जाजू, ज्योति जाजू, आरती जाजू, शीतल बाहेती, सरिता बाहेती, मीनाक्षी लड्ढा, निशा चांडक, अक्षिता सोमानी, स्मिता बेहरे, गौरी बहरे, पूजा लोखंडे, एकता गुप्ता, सुमन गुप्ता, वैशाली ठाकरे, वैशाली टेकरवाडे, शिला टेकरवाडे, शिवंनकर, शीतल दुबे, एकता गुप्ता, पूजा लोखंडे, नैन्सी गुप्ता, श्रुति गुप्ता, एकता निकरा, अवंतिका निखर, मिनाक्षी लड्ढा, प्रेमा तिवारी, समीक्षा कंकाली, कविता पहाड़िया, मेघा शाह, विशाखा शाह, जयश्री शहाकार, तन्वी गुप्ता, श्रुति गुप्ता, जाधव, चवात, जोशी, ज्योति गडकरी, कहाडे आदि की उपस्थिति रही.
गायत्री राठी और श्रेया जाजू ने 16 दिन की गवर पूजा की. देवी गौरी (पार्वती) भगवान शिव के मिलन का प्रतीक है इसलिए गणगौर उत्सव मुख्य रूप से कुंवारी कन्या व सुहागिनों द्वारा मनाया जाता है, कन्या अच्छे वर की कामना हेतु और विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र हेतु यह पर्व मनाती है. उत्सव का समापन स्वादिष्ट अल्पोहार के साथ किया गया.

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