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शहर कुश्तीप्रेमियों में जबर्दस्त शोक की लहर
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इशाक पहलवान को नागपुर में व इमरान को अमरावती में किया गया सुपुर्द ए खाक
अमरावती प्रतिनिधी/दि.१५ – विगत लंबे अरसे से बीमार चल रहे और करीब २०-२५ दिनों से नागपुर में भरती रहकर इलाज करा रहे हाजी सैय्यद इशाक उर्फ इशाक पहलवान का शनिवार १५ अगस्त को तडके ३ बजे इलाज के दौरान नागपुर में इंतकाल हो गया. वहीं उनके निधन की खबर सुनने के बाद इशाक पहलवान के छोटे भाई सैय्यद इमरान इस गम को सहन नहीं कर पाये और शनिवार की सुबह ९ बजे के आसपास तीव्र हृदयाघात के चलते सैय्यद इमरान का अमरावती में इंतकाल हो गया. एक ही झटके में परिवार में दो लोगों की मौत हो जाने से दोनों भाईयों के परिवार सहित पुरे परिसर में जबर्दस्त शोक की लहर देखी जा रही है.
बता दें कि, दो बार जिला केसरी तथा उप विदर्भ केसरी रह चुके इशाक पहलवान अमरावती में कुश्ती व पहलवानी के क्षेत्र में एक बडा नाम थे और उन्होंने कई इनामी कुश्तियों को जीतने के साथ ही अमरावती में १०० साल पुराने इस्लामी अखाडे को अपने दम पर जिंदा रखते हुए अपनी शार्गीदी में कई पहलवानों को तैयार किया. साथ ही वे पैराडाईज कालोनी में बनाये गये सर्व सुविधायुक्त व आधूनिक अखाडे व जीम के अध्यक्ष भी थे. स्थानीय पुराना कॉटन मार्केट परिसर में सैय्यद इशाक पहलवान व सैय्यद इमरान का फलों का होलसेल कारोबार है. कडबी बाजार परिसर निवासी ६३ वर्षीय सैय्यद इशाक पहलवान विगत कुछ अरसे से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे थे और उन्हें करीब २०-२२ दिन पहले इलाज के लिए नागपुर में भरती कराया गया था. जहां पर शनिवार तडके ३ बजे इशाक पहलवान ने अपनी अंतिम सांस ली. यह खबर मिलने के बाद इशाक पहलवान के छोटे भाई तथा मौलाना आजाद कालोनी निवासी प्रतिष्ठित नागरिक सैय्यद इमरान (५०) शनिवार की सुबह मातमपुर्सी करने कडबी बाजार स्थित अपने बडे भाई के घर पहुंचे. सैय्यद इमरान को इशाक पहलवान के इंतकाल की खबर तडके ३.३० बजे के आसपास ही पता चल गयी थी और वे तब से ही काफी व्यथित थे. साथ ही शनिवार की सुबह बडे भाई के घर पर पहुंचने के बाद उनके सब्र का बांध टूट गया और उन्हें तीव्र हृदयाघात हुआ. जिसके चलते सैय्यद इमरान का भी इंतकाल हो गया. यह खबर पता चलते ही सैय्यद परिवार के परिचितों व शुभचिंतकों में शोक की लहर फैल गयी.
जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के पार्षद सलीम बेग युसुफ बेग के साथ कुछ अन्य लोग इस समय नागपुर में है. जिन्हें शनिवार की दोपहर बाद सैय्यद इशाक पहलवान का पार्थिव शरीर सौंपा गया. इस समय कोरोना संक्रमण को लेकर जारी हालात की वजह से सैय्यद इशाक पहलवान के पार्थिव को अमरावती लाने की अनुमति नहीं दी गई है. ऐसे में अमरावती से नागपुर गये लोगों ने सैय्यद इशाक पहलवान के पार्थिव को नागपुर के ही मुस्लिम कब्रस्तान में सुपुर्द ए खाक किया. वहीं शनिवार की शाम मौलाना आजाद कालोनी से इशाक पहलवान के छोटे भाई सैय्यद इमरान का जनाजा निकाला गया और उन्हें हैदरपुरा स्थित कब्रस्तान में सुपुर्द ए खाक किया गया.
हाल-फिलहाल के दिनों में बडे भाई के मौत की खबर सुनकर छोटे भाई की मौत हो जाने का यह शायद पहला मामला है. इस घटना से सैय्यद परिवार सहित शहर के तमाम कुश्तीप्रेमी स्तब्ध है.