अमरावती की जीएमसी इस सत्र में आरंभ होना मुश्किल
प्राध्यापकों की अब तक नहीं हुई भरती
* एनएमसी का दल पिछले सप्ताह देख गया तैयारियां
* 9 लोगों का कार्यालयीन स्टाफ नियुक्त
अमरावती/ दि. 2 –शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के इसी वर्ष के सत्र से प्रारंभ होने में कुछ रूकावटें आने की संभावना जताई जा रही है. राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद एनएमसी पिछले सप्ताह अमरावती मेडिकल कॉलेज की सुविधा का आकलन कर गई है. इसके साथ ही प्रदेश में प्रस्तावित बुलढाणा, वाशिम और अन्य 7 नई जीएमसी की सुविधाओं का भी आकलन एनएमसी के दल ने कर लिया है. खबर में बताया गया कि प्रदेश की 10 प्रस्तावित शासकीय कॉलेज में से आगामी सत्र से मात्र 4 कॉलेज में अध्यापन शुरू हो सकता है. यह सभी कॉलेज 100 एमबीबीएस सीट की क्षमता रखते हैं.
9 लोगों का स्टाफ
अमरावती जीएमसी के लिए अब तक मात्र 9 लोगों का क्लेरिकल स्टाफ नियुक्त हो पाया है. जबकि अधिष्ठाता के रूप में डॉ. अनिल बत्रा की नियुक्ति पिछले वर्ष हो चुकी थी. उसी प्रकार जिला सामान्य अस्पताल इर्विन और जिला स्त्री अस्पताल डफरीन का हस्तांतरण स्वास्थ्य विभाग से वैद्यकीय शिक्षा विभाग को किया गया. ताकि उसे जीएमसी से जोडकर आवश्यक बेड की सुविधा बताई जा सके. अब तक अध्यापन स्टाफ की नियुक्ति नहीं हो सकी है. जबकि उसकी आवश्यकता सर्वप्रथम हैं.
* नीट की घालमेल से देरी
इस बीच मेडिकल और डेंटल कॉलेज में प्रवेश के लिए आवश्यक नीट की अनियमितता के कारण इस बार एमबीबीएस की प्रवेश प्रक्रिया में देरी होने की संभावना सूत्रों ने व्यक्त की है. उनका कहना है कि एक से दो माह का विलंब हो सकता है. देश भर में हलचल मची है. नीट की दोबारा टेस्ट का परिणाम सोमवार को ही घोषित किया गया.
* एनएमसी की सूची में अमरावती, वाशिम
नीट उत्तीर्ण करनेवाले विद्यार्थियों के लिए शासकीय महाविद्यालय के पर्याय में अमरावती और वाशिम के नाम जोडे गये थे. जिससे स्पष्ट है कि अमरावती जीएमसी शीघ्र शुरू करने के प्रयास सतत चल रहे हैं. इस बीच पूर्व सांसद और विधायक की ओर से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्बारा अमरावती जीएमसी की भवन और अन्य सुविधाओं के लिए 403 करोड की निधि मंजूर किए जाने का दावा किया गया था.
* एनएमसी दल ने देखी खामियां
प्रस्तावित जीएमसी की सुविधाओं का अवलोकन करने आयी एनएमसी की टीम ने मापदंडों के आधार पर अनेक प्रकार की त्रुटियां देखी. जिसमें भवन का काम अधूरा, प्राध्यापक, होस्टल, पुस्तकें, फर्निचर, उपकरण और ग्रंथालय उपलब्ध न होना एवं बायोमैट्रिक न स्थापित करना आदि खामियों को एनएमसी ने अधोरेखित किया है. जिससे प्रस्तावित 10 कॉलेजेस में से 4 कॉलेज ही आगामी सत्र से शुरू होने की संभावना बताई जा रही है. अमरावती के अलावा वाशिम, बुलढाणा, भंडारा, हिंगोली, नाशिक, जालना, गडचिरोली, अंबरनाथ के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय हैं.