* श्री महेश नवमी उत्सव का चार दिवसीय आयोजन
अमरावती/दि.27– एक दूसरे से खुशिया बाँटनी चाहिए. इसी मेें जीवन जीने का मजा है. हम सोचते है कि हमें सबकुछ मिल जाये, किंतु अगर ख्वाहिशें पूरी हो जाये तो जीवन का मतलब खत्म हो जाएगा. जब तक जीने का मजा नहीं है. हमें दूसरों में अच्छाई देखनी चाहिए, अच्छी सोच ही हमारे जीवन को बदल सकती है. नकारात्मक सोच हमेश अंदर से खोखला करती है. इसलिए महेश उत्सव जैसे आयोजन आदि जरुरी है, इस आशय का कथन अखिल भारतीय मनसोपचार संगठन के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत राठी ने किया. शुक्रवार को स्थानीय धनराज लेन स्थित श्री माहेश्वरी भवन में आयोजित चार दिवसीय श्री उत्सव महेश नवमी उत्सव के उद्घाटन अवसर पर बतौर उद्घाटक वे बोल रहे थे.
उद्घाटक समारोह के मंच पर कार्यक्रम के अध्यक्ष के रुप मेें श्री माहेश्वरी पंचायत समिति के अध्यक्ष प्रा. जगदीश कलंत्री, अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा प्रोफेशनल सेल के संयोजक डॉ. विलास लढ्ढा, सामाजिक कार्यकर्ता पुष्पादेवी कासट, डॉ. विलास लढ्ढा, डॉ. अल्पना राठी, राही कारवा, डॉ. विभोर सोनी, राधेश्याम भूतडा, मधुसूदन करवा आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत भगवान महेश की प्रतिमा का विधिवत पूजन और दीप प्रज्वलन के साथ की गई. सबसे पहले नन्ही बालिका भूमि बजाज ने महेश वंदाना पर एक सुंदर नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थितों को मंत्रमुग्ध किया. पश्चात नंदकिशोर राठी, सुरेश साबू, राधेश्याम भूतडा, रानी करवा, वर्षा करवा, सुषमा मूंधडा, स्वाति बूब, श्यामसुंदर दम्माणी, किरण मूंधडा, प्रमोद बूब, शिव मालानी, प्रा. प्रवीण नावंदर के हाथों मंच पर उपस्थित मान्यवरों का पुषपगुच्छ व स्मृतिचिन्ह देकर स्वागत सत्कार किया गया. प्रास्ताविक भाषण पंचायत के उपाध्यक्ष सुरेश साबू ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए श्री माहेश्वरी पंचायत के अध्यक्ष प्रा. जगदीश कलंत्री, उपाध्यक्ष सुरेश साबू, सचिव नंदकिशोर राठी, सहसचिव संजय राठी, सहसचिव मंदिर नितिन सारडा, प्रचार प्रमुख विजयप्रकाश चांडक, भूतपूर्व अध्यक्ष विजय करवा, कैसरीमल झंवर, संयोजक राधेश्याम मूंधडा, दामोदर बजाज, मधुसुदन करवा, कार्यकारिणी सदस्यों में डॉ. नंदकिशोर भूतडा, अशोक जाजू, बिहारीलाल बूब, घनश्याम नावंदर, प्रकाश पनपालिया, विनोद जाजू, अमरावती जिला माहेश्वरी संगठन, श्री माहेश्वरी वरिष्ठ नागरिक सभी सभी माहेश्वरी महिला संगठन, श्री माहेश्वरी नवयुवक मंडल व समस्त माहेश्वरी समाज ने अथक प्रयास किये.
एक सकारात्मक सोच सबकुछ बदलने में सक्षम
डॉ. लक्ष्मीकांत राठी ने संबोधित करते हुए कहा कि, दूसरों की कमी देखने में हम हमारी उर्जा खत्म करते है. नकारात्मकता हमें अंदर ही अंदर खोखला करती है. इसलिए हमें दूसरों की अच्छाई देखनी चाहिए. इससे हमारा जीवन भी संवर जाएगा. मन में गांठे बांधकर मत रखिये. आपका तन अपने आप स्वस्थ्य हो जाएगा. अच्छी सोच जीवन को बदल सकती है. इस दौरान उन्होंने जीवन में सफलता के कई उदाहरण दिये और कहा कि, एक सकारात्मक सोच सबकुछ बदलने में सक्षम है. आपका जीवन उर्जावान बने रहना जरुरी है. लोगों से जुडना जरुरी है. महेश नवमी महोत्सव जैसे आयोजन करते रहना चाहिए. आपस में गपशप करो, खुशियां बांटो, लेने की बजाय देने की सोच रखो, अपना जीवन अपने आप सुधर जाएगा. इसके साथ ही जीवन जीने की कलाओं के बारे में उन्होंने कई उदाहरण भी बताए.
* ख्वाहिशें बाकी रहना जरूरी
डॉ. राठी उपस्थितों को जीवन जीने का मतलब बताया. उन्होंने कहा कि, हम शरीर का काफी ध्यान रखते हे. शरीर को स्वच्छ रखते है मगर मन को स्वच्छ करना भूल जाते है. हमारी मुठ्ठी जब तक बंधी है तब तक वह कीमती है. मुठ्ठी खुल जाने पर न जाने क्या हो? इसलिए अपने बच्चों को संवारकर रखिये. बच्चों के साथ रहने में हमें फुर्सत नहीं मिली और जब फुर्सत मिली तो बच्चे घर से निकल गए. मनुष्य खुदगर्ज हो गया है. हमेशा मंदिर-मस्जिदों में मांगते ही रहता है. रहता है. अगर जीवन में सबकुछ मिल गया तो ख्वाहिशेें बाकी नहीं रहेगी और ख्वाहिशें बाकी नहीं रही तो जीवन जीने का मतलब खत्म हो जाएगा. इसलिए ख्वाहिशे बाकी रहना जरुरी है. इसी में जीवन जीना जरुरी है.
इन गणमान्यों की रही उपस्थिति
महेश नवमी उत्सव के उद्घाटन समारोह में समाज के कई गणमान्यों ने उपस्थिति दर्शाई. इनमें अमोल मंत्री, नियल डागा, शांतिलाल कलंत्री, मुन्ना सोनी, रामेश्वर गग्गड, गोपाल राठी, सुरेश सोनी, राजेंद्र सोमाणी, ओमप्रकाश लढ्ढा, ओमप्रकाश नावंदर, शिवप्रकाश मालाणी, प्रमोद कुमार बूब, दीपक काकाणी, नंदकिशोर कलंत्री, विठ्ठलदास मोहता, राजेंद्र मंत्री, मनोज राठी, जितेंद्र करवा, महेश सोनोने, राजकुमार टवानी, श्यामसुंदर सोनी, प्रकाशचंद्र हेडा, श्याम दम्माणी, प्रा. सूर्यप्रकाश मालाणी, रुपराव झंवर, केसरीमल झंवर, सुनील मंत्री, संजय भूतडा, प्रमोद राठी, मोहन लढ्ढा, पुरुषोत्तम श्रीनिवास, पुरुषोत्तम मूंधडा, शंकरलाल भूतडा, जयप्रकाश सारडा, संजय गांधी, शिवकुमार लढ्ढा, तेजस भूतडा, प्रवीणकुमार चांडक, एड. देवकिसन टवाणी, संजय जाजू, राजेश कासट, डॉ. नंदकिशोर करवा, रमेश लढ्ढा, नवीनचंद्र भंडारी, विठ्ठलदास जाजू, जगदीश जांवघिया, विजय लोहिया, चमक अटल, संध्या केला, राशी मूंधडा, संगीता टवानी, सरोज चांडक, सीमा लढ्ढा, गायत्री सोमाणी, किरण मूंधडा, राधिका मूंधडा, ललिता लखोटिया, सुषमा मूंधडा, प्रेरणा राठी, आभा लाहोटी, विमल नावंदर, शोभा हेडा, शशि लढ्ढा, विजया सोनी, शीतल बाहेती, मनीषा बाहेती, उमा राठी, सरला गांधी, संध्या राठी, वैष्णवी लढ्ढा, कमला पनपालिया, सुनीता लढ्ढा, राखी झंवर, कविता राठी, मालती सिकची, कांता राठी, गायत्री डागा, लता मंत्री, रुपा लढ्ढा, हेमा राठी, शोभा सारडा, कमलाबाई झंवर, कांचन झंवर, हर्षा चांडक, वर्षा करवा, राधा गांधी, पियुषा राठी, संगीता राठी, सुनीता चांडक, उमा बंग, शारदा झंवर, नेहा झंवर, पुष्पा लढ्ढा, स्वाति धूत, नीतू कलंत्री, संध्या लढ्ढा, संगीता बाहेती, शीतल सोमाणी, विना सोमाणी, कांता सोमाणी, प्रेरणा सादानी, प्रीति बंग, रंजना बंग, मंजू करवा, वैशाली करवा, वैशाली जाजू, मीना मालाणी, कांता सोमाणी, स्वाति राठी, मीरा चांडक, किरण राठी, तृप्ति राठी, हर्षा कलंत्री, सीमा कलंत्री, सरला कलंत्री, विजया राठी, ज्योति कासट, उषा भूतडा, निशा भूतडा, राखी सोनी, रचना सुदा, क्रीति चांडक, रामाकन्या साबू, संगीता साबू, मीना राठी, सुशीला चांडक, किरण चांडक, मीरा करवा, ममता करवा, सुषमा करवा, कीर्ति चांडक, शीला डागा, संध्या मूंधडा, हंशा मूंधडा, सुरभी दम्माणी, मीना दम्माणी, नेहा राठी, सुनीता डागा, सुनीता राठी, रेखा हेडा, मालती राठी, शोभा राठी, माधवी करवा, रश्मि नावंदर, कविता सारडा, जया सारडा, शारदा झंवर, स्नेहा झंवर, सरिता जाजू, इंद्रकला सुदा, रीता लढ्ढा, किरण मंत्री, भूमि बजाज, जया बजाज, रेखा बुब, आशा गग्गड कांता गग्गड, माधुरी चांडक, कांता मंत्री का समावेश रहा.
सजीव झांकी रही आकर्षण
कार्यक्रम में भगवान श्री शिवशंकर व पार्वती की सजीव झांकी आकर्षण का केंद्र रही. इस झांकी के माध्यम से सदाचार, त्याग और सेवा का संदेश दिया गया.