एसटी बस चालकों का तनावमुक्त रहना जरुरी
प्रत्येक विभाग में समुपदेशक नियुक्त करने का निर्देश
अमरावती/दि.11– रोजाना अनेकों यात्रियों को लेकर सैकडों किमी की यात्रा करने वाले एसटी बस चालकों का हमेशा ही तनावमुक्त रहना बेहद जरुरी होता है. क्योंकि यदि वे किसी भी तरह की चिंता या तनाव के बोझ को लेकर वाहन चलाते है, तो उनके वाहनों के साथ हादसा घटित होने की संभावना बनी रहती है. इस बात के मद्देनजर एसटी महामंडल द्वारा प्रत्येक विभाग में समुपदेशक नियुक्त करने का निर्देश जारी किया गया है. परंतु इस निर्देश की हमेशा ही अनदेखी की जाती है. जिसके चलते रापनि चालकों को अपनी चिंताओं का बोझ लेकर ही बस चलानी पडती है. ऐसे में एसटी बसों के साथ हादसे घटित होने की संभावना अधिक बढ जाती है.
जिले में अमरावती, बडनेरा, परतवाडा, दर्यापुर, चांदूर बाजार, मोर्शी, वरुड व चांदूर रेल्वे के रापनि आगारों से रोजाना सैकडों यात्री एसटी बसों के जरिए यात्रा करते है जिन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का काम रापनि के बस चालकों द्वारा किया जाता है. यात्रा के दौरान किसी भी तरह का कोई हादसा घटित न हो, इस हेतु एसटी बस चालकों का समय-समय पर समूपदेशन करना बेहद आवश्यक है. जिसे लेकर एसटी महामंडल द्वारा स्पष्ट आदेश भी जारी किया गया है. परंतु स्थानीय स्तर पर इस तरह की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है. जिसके चलते हादसा घटित होने की संभावना हमेशा बनी रहती है. जिसके चलते बस चालकों व वाहकों सहित सैकडों यात्रियों के जान के लिए खतरा कहा जा सकता है.
* 10 वर्ष पूर्व जारी हुआ था आदेश
करीब 10 वर्ष पूर्व तत्कालीन परिवहन मंत्री ने एसटी बस चालकों का समुपदेशन करने हेतु रापनि के प्रत्येक विभाग में समुपदेशक नियुक्त करने का आदेश जारी किया था. जिसके बाद अमरावती विभाग के 59 चालकों को ही समुपदेशक के तौर पर प्रशिक्षित किया गया और उनके जरिए जिले के 8 रापनि आगारों के 330 एसटी बस चालकों का प्रबोधन किया गया.
* क्यों जरुरी है समुपदेशन?
यात्रियों के साथ सौजन्यपूर्ण व्यवहार का अभाव, अत्याधिक गैर हाजिरी, पारिवारिक समस्या, मानसिक तनाव, चिडचिडापन, झगडालू व विध्वंसक प्रवृत्ति, व्यवस्थापन के निर्णय पर हमेशा संदेह तथा मद्यपान व अन्य कोई व्यसन कर वाहन चलाने की आदत जैसी बातों के चलते रापनि बस चालकों द्वारा बस चलाते समय हादसा घटित होने की संभावना अधिक रहती है. ऐसे में बस चालकों का समुपदेशन कर उनकी मानसिकता को शांत व संयत किये जाने की सख्त जरुरत होती है. जिसके चलते रापनि के सभी विभागों में समुपदेशक नियुक्त करने का आदेश जारी हुआ है.
* एसटी के अमरावती विभाग अंतर्गत आने वाले आगारों में यद्यपि स्वतंत्र तौर पर समुपदेशक की नियुक्ति नहीं की गई है. परंतु एसटी के अधिकारियों व कर्मचारियों को ही रापनि बस चालकों का समुपदेशन करने हेतु प्रशिक्षण दिया गया है. इसके साथ ही विभाग नियंत्रक स्तर पर भी विशेष प्रसंगों में रापनि बस चालकों का समुपदेशन करते हुए उनका मार्गदर्शन किया जाता है.
– नीलेश बलेसरे,
विभाग नियंत्रक,
रापनि, अमरावती विभाग.