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वायरल बीमारी फैला रही पांव
अमरावती/दि.1 – इससे पहले जो बच्चे कोविड संक्रमण की चपेट में आ चुके है, उन्हें मल्टी सिस्टीम इन्फ्रामेट्री सिड्रोंम के लक्ष्यण पाये जाते है. ऐसे बच्चों के साथ ही जिन परिवारों ने विगत तीन माह के दौरान कोई व्यक्ति कोविड संक्रमित पाया जा चुका है, उन परिवारों के बच्चों की एन्टीबॉडी टेस्ट करना बेहद जरुरी हैं. साथ ही कोविड मुक्त हो गए बच्चों का पोस्ट कोविड का इलाज करना है अथवा नहीं इसकी सलाह भी डॉक्टरों से ली जानी चाहिए. ताकि पोस्ट कोविड के खतरे को टाला जा सके.
इन दिनों डेंग्यू, चिकनगुनिया व मलेरिया जैसी विभिन्न बीमारियां जमकर पांव पसार रही हैं. जिनका पोस्ट कोविड बच्चों के लिए काफी अधिक खतरा हो सकता है, अत: कम आयुवाले कोविड मुक्त बच्चों की ओर विशेष ध्यान दिये जाने की सख्त जरुत है.
15 वर्ष से कम आयु वाले 126 पॉजिटीव
कोविड संक्रमण की पहली लहर के दौरान जिले में 112 बच्चें कोविड पॉजिटीव पाये गए थे. जिनमें 54 लडकियों व 58 लडकों का समावेश हैं.
वहीं दूसरी लहर के दौरान 24 बच्चें कोविड संक्रमण की चपेट में आये थे. जिनमें 13 लडकियों व 11 लडकों का समावेश था.
कोविड संक्रमित पाये गए अधिकांश बच्चें कोविड मुक्त हो गए हैं.
इन लक्षणों की ओर ध्यान दें
तेज बुखार आना
पतले दस्त होना
उल्टियां होना
बदन पर फुंसियां आना
सर्दी खांसी होना
भूख घट जाना