अमरावती/दि.23– कोविड संक्रमण की चपेट में आने के बाद कोविड मुक्त होकर ठीक हो जानेवाले कई लोगों में हृदयरोग व फुफ्फुस विकार सहित अन्य की तकलीफें बढती दिखाई दे रही है. संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान पाया गया डेल्टा वेरियंट सीधे फुफ्फुस पर हमला किया करता था. जिसकी वजह से फुफ्फुस की क्षमता कम होकर शरीर में ऑक्सिजन का स्तर घट जाता था. जिसका सीधा परिणाम हृदय पर भी पडने के कई उदाहरण सामने है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, कोविड संक्रमण से मुक्त हुए लोगों द्वारा अपने हृदय की ओर विशेष ध्यान दिया जाये और समय-समय पर अपने हृदय की जांच भी करवाई जाये.
* कोरोना की वजह से दिल की नसों पर तनाव
कोरोना का वायरस सीधे दिल के स्नायू में प्रवेश करता है. जिसकी वजह से हृदय के स्नायू प्रभावित होकर कमजोर होते है औ हृदय सही ढंग से काम नहीं करता. इसके अलावा फुफ्फुस, मस्तिष्क तथा हाथ व पांव में रक्त की गाठें तैयार होकर स्नायू में जख्म या सुजन होने पर हार्टअटैक होने की संभावना भी रहती है.
* हार्टअटैक व रक्त की गांठों के मरीज बढे
– दूसरी लहर के दौरान संक्रमण की वजह से गंभीर स्थिति में रहनेवाले मरीजों के हृदय को काफी हद तक नुकसान पहुंचा है.
– संक्रमित मरीजों के शरीर में रक्त की गांठे तैयार होती है. जिसे वैद्यकीय भाषा में थ्रॉम्बॉसीस कहते है.
-हृदय के स्नायूओं पर सूजन भी आती है. जिसे मायोकार्डायटिस कहा जाता है.
* ये सावधानियां है जरूरी
ब्लड प्रेशर व डायबिटीज के मरीजों सहित स्थूल व्यक्तियों में संक्रमण की वजह से हृदय संबंधी बीमारियां होने की संभावना अधिक रहती है. ऐसे में कोमार्बिड यानी बहुविध बीमारियो के मरीजों ने कोविड संक्रमण से मुक्त होने के बाद भी अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी सावधानियां बरतनी चाहिए. कोविड संक्रमण के बाद रोग प्रतिकारक क्षमता काफी हद तक घट जाती है. जिसका सीधा प्रभाव हृदय पर पडता है. ऐसे में हृदय को स्वस्थ रखने हेतु रोजाना सुबह घुमने-फिरने जाना जरूरी रहता है. साथ ही डॉक्टर की सलाह पर दवाई लेना, श्वसन संबंधी तकलीफ होने पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ को दिखाना, आहार की ओर विशेष ध्यान देना, आहार में हरी साग-सब्जियों का भरपुर प्रमाण में प्रयोग करना, घर पर बने ताजे अन्न का सेवन करना, पानी का भरपुर सेवन करना और डॉक्टर द्वारा बताई गई स्वास्थ्य जांच व परीक्षण समय-समय पर करना भी बेहद जरूरी होता है.
* अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच करवाये
कोविड संक्रमण से मुक्त हो चुके कई लोगों में हृदय संबंधी तकलीफे देखी जा रही है. जिसके तहत रक्त में गांठ बनने के साथ ही लंग फाईब्रोसीस का प्रमाण कुछ हद तक बढ गया है. संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान ऐसे मामले काफी बढ गये थे. अत: कोविड मुक्त हो चुके सभी लोेगों को अपने स्वास्थ्य की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए और समय-समय पर अपनी स्वास्थ्य जांच भी करवानी चाहिए. इसके अलावा डॉक्टर की सलाह पर तमाम जरूरी परीक्षण कराते हुए डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाईयों का भी नियमित रूप से सेवन करना चाहिए.
– डॉ. विशाल काले
स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी, अमरावती मनपा