अमरावती

गांधी को इंसान के रूप में समझना है जरूरी

अविनाश दूधे की जानकारी

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२ – संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ संलग्नित भारतीय विद्या मंदिर अमरावती द्वारा संचालित भारतीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से महात्मा गांधी व लालबहादुर शास्त्री की जयंती पर ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. आराधना वैद्य ने की. इस अवसर पर अविनाश दुबे, राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ.प्रशांत विघे,डॉ.सुमेध वरघट, प्रा. स्नेहा जोशी, डॉ.पल्लवी सिंग मौजूद थी. कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ.आराधना वैद्य ने महात्मा गांधी व लालबहादुर शास्त्री की प्रतिमा का पूजन कर माल्र्यापण किया. प्रास्ताविक भाषण में प्रा.स्नेहा जोशी ने कहा कि महात्मा गांधी की १५०वीं जयंती उपलक्ष्य में महात्मा गांधी के विचारों की प्रासंगिकता क्या है? इस दृष्टिकोण से महात्मा गांधी के विचार समाज के अंतिम घटक तक पहुंचाने के लिए यह ऑनलाईन कार्यक्रम आयोजित किया गया. अध्यक्ष संवर्धन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आराधना वैद्य ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार देश के लिए उपयुक्त है. आज युवाओं ने गांधीजी के साहित्यों को पढऩा चाहिए. महात्मा गांधी के विचार समाज के नये लोगोंं और अंतिम तबके तक पहुंचाए जाने चाहिए. कार्यक्रम में अविनाश दूधे ने कहा कि गांधी का समजून घ्यायचे विषय पर कहा कि गांधी के विचारों को अपनाना चाहिए. गांधीजी ने अपने जीवनकाल में ९६ हजार पत्र लिखे. गांधी के विचार मरते नहीं. आज भी हम सभी ने गांधी के विचारों को आत्मसात करना चाहिए. संचालन सर्वेश पिंपराले ने किया. आभार प्रशांत विघे ने माना.सफलतार्थ डॉ.सुमेध वरघट, डॉ. पल्लवी सिंग, प्रा. ऋषभ डहाके, प्रा.पंडित काले, सौरभ इंगले, मयूरी गादरे, रितेश डामले मौजूद थे.

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