आयुर्वेद के प्रचार व प्रसार के लिए कार्य करना जरुरी- विधायक प्रवीण पोटे
अमरावती में हुआ बस्ती कॉनफेस्ट 2023 राष्ट्रीय परिसंवाद
अमरावती- दि.21- आयुर्वेद एक अत्यंत प्राचीन एवं वैज्ञानिक आधार पर चिकित्सा विज्ञान है, इस पद्धति से रोग रहित उपचार एवं संपूर्ण रोग उन्मूलन का कार्य किया जाता है, देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा दिए गए राजाश्रय एवं कोरोना काल में आयुर्वेद के प्रदर्शन के कारण विश्व का ध्यान इस ओर गया है. आयुर्वेद की ओर हम सभी को इस विज्ञान को फैलाने का प्रयास करना चाहिए. ऐसा आवाहन विधायक प्रविण पोटे पाटिल ने किया. वे निमा आयुर्वेद फोरम व पी.आर. पोटे आयुर्वेद महाविद्यालय की ओर से आयोजित बस्ती कॉन्फ्रेंस 23 के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे.
अमरावती में निमा आयुर्वेद फोरम व पी. आर. पोटे पाटील मेडिकल कॉलेज आयुर्वेद अमरावती के संयुक्त तत्वधान में राष्ट्रीय स्तर पर परिसंवाद बस्ती कॉनफेस्ट 2023 का आयोजन 17 सितंबर रविवार को पी आर पोटे पाटील एज्युकेशनल कॅम्पस के स्वामी विवेकानंद ऑडिटोरियम किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन जिले के पूर्व पालकमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटील ने किया. इस समय कार्यक्रम की अध्यक्षता निमा संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. आशुतोष कुलकर्णी ने की. प्रमुख अतिथी के रुप में डॉ. तुषार सूर्यवंशी, डॉ.मोहन येंडे, डॉ.अपश्चिम बरंठ, डॉ. दिनेश गवली, डॉ. पालेकर, डॉ. अनिल बाजारे, डॉ. संजय चोपकर, डॉ. विजय घाटालेे, डॉ. दीपक पोच्छि, डॉ. स्वप्नील घाटोल, डॉ.आशिष येवतिकर, डॉ.प्रवीण अवगड, डॉ.नीलिमा उमप, डॉ. राजेश उताणे, डॉ.सागर अर्डक, डॉ.विजय खंडारे, डॉ.सागर सांबे, पोटे ग्रुप के उपाध्यक्ष श्रेयस पोटे, डॉ. प्रिया चौधरी, डॉ. प्रेमा चौधरी, डॉ. प्रिया सिंग उपस्थित थे. इस समय डॉ. शामसुंदर भुतडा ने प्रास्ताविक किया. डॉ. अमोल ठवली ने निमा व आयुर्वेद फोरम की ओर से स्वागत किया व डॉ. उन्मेष डालके ने निमा आयुर्वेद फोरम अमरावती स्थापना से लेकर आज तक के सभी कार्यो को सामने रखा. अपने उद्घाटन भाषण के दौरान विधायक पोटे ने आयुर्वेद को उत्कृष्ठ पध्दती बताते हुए इसके प्रचार के लिए कार्य करने का आवाहन उपस्थितों से किया साथ ही अमरावती में भव्य निमा भवन व आयुुर्वेद संसोधन केंद्र के लिए जगह देने की घोषणा की. कार्यक्रम का संचालन डॉ. स्वाती बमनोटे ने किया तथा आभार डॉ.आकाश चांगोले ने माना. राष्ट्रीय परिषद में देश भर से आए लोकप्रिय व तज्ञ आयुर्वेदिक डॉक्टरों ने मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम में डॉ.पुनम व गौरव सावरकर की पंचकर्म पुस्तक का प्रकाशन किया गया. इस समय केरल के सुप्रसिद्ध आयुर्वेद तज्ञ डॉ .गोपाकुमार नायर, नागपूर के तज्ञ डॉ. सचिन चंडालिया, महाराष्ट्र के तज्ञ डॉ. विष्णू बावणे, अमरावती के सुप्रसिद्ध इन्फर्टिलिटी स्पेशालिस्ट व पूर्व एमसीआईएम सदस्य डॉ. राजेश उताणे, नाशिक के तज्ञ व निमा महाराष्ट्रअध्यक्ष वैद्य तुषार सूर्यवंशी, मेडिको लीगल तज्ञ वैद्य धनंजय म्हसाडे, डॉ.स्वाती टोंगले,डॉ.रूपाली कावरे, डॉ.सोनाली ठाकरे, डॉ.अंकिता कोरडे, डॉ. प्रिया सिंग, डॉ.रुपाली सांबे, डॉ सुशील यानपल्लिवर, डॉ. प्रेमा चौधरी, डॉ. अतुल जैन, डॉ. क्रांती आमले, डॉ.मंगेश कोल्हटकर, डॉ.विपीन टाँगडे, डॉ. अमोल ठवली अध्यक्ष निमा अमरावती शाखा, डॉ. विजय खंडारे सचिव निमा अमरावती शाखा व डॉ. शामसुंदर भुतडा प्राचार्य पी.आर.पोटे आयुर्वेद महाविद्यालय सहित, डॉ. कमल राऊत, डॉ. राजकुमार लंगडे, डॉ. नीलिमा उमप, डॉ.राम खरबडे, डॉ. राजेंद्र बामकर डॉ. अमर बोडके ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए व्यवस्थापन समिती के सदस्यों ने अथक परिश्रम किया.