अमरावतीमहाराष्ट्र

पशुओं का इअर टैगिंग कर भारत पशुधन प्रणाली पर पंजीयन करना अनिवार्य

* जिले में 6 लाख से अधिक पशुओं का इअर टैग
अमरावती/दि.7-गोवंश का जतन कर उनकी तस्करी और कटाई रोकने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र की तर्ज पर कदम उठाए है. 31 मार्च तक सभी पशुओं का इअर टैगिंग कर उनका पंजीयन भारत पशुधन प्रणाली पर करना सरकार ने अनिवार्य किया है. इसके आगे इअर टैग नहीं रहने वाले पशुधन की खरीदी-बिक्री नहीं की जा सकेगी. तथा प्राकृतिक आपदा, बिजली का करंट, तथा वन्य जीव के हमले से पशुधन की मृत्यु होने पर सरकार की तरफ से मुआवजा भी नहीं मिलेगा. टैगिंग के कारण सभी पशुधन का डेटा तैयार होगा. केंद्र सरकार के इअर टैगिंग से पशुओं में फैलने वाले संक्रामक रोगों की जानकारी मिलना भी संभव होगा.

* पशुधन की आंकडेवारी
गायवर्गीय पशुधन
4 लाख 64 हजार
भैस वर्गीय पशुधन
1 लाख 29 हजार 627
कुल पशुधन
5 लाख 94 हजार 594

* एक क्लिक पर मिलेगी जानकारी
पशु संवर्धन विभाग द्वारा नेशनल डिजिटल लाइव स्टॉक मिशन अंतर्गत भारत पशुधन यह प्रणाली शुरु की गई है. इस प्रणाली में पशुधन को इअर टैगिंग किया जाता है. और उस पशुआ एक 12 अंकों का बारकोड तैयार किया जाता है. इसलिए उस पशु के जन्म-मृृत्यु से प्रतिबंधात्मक टीकाकरण, औषधोपचार, वंध्यत्व उपचार और मालिकाना अधिकार तक की पूरी जानकारी उपलब्ध होती है.

इस प्रणाली में गाय वर्ग, भैस वर्ग, छोटे पशु और बडे पशुओं को इअर टैगिंग करके उनकी जानकारी भारत पशुधन प्रणाली पर दर्ज की जाती है. जिससे पशुधन के जन्म से लेकर खरीदी-बिक्री तक सभी जानकारी उपलब्ध होती है. जिले में लगभग 6 लाख से अधिक पशुधन का इअर टैग किया गया है.
-डॉ.पुरूषोत्तम सोलंके, पशु संवर्धन अधिकारी

 

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