अमरावती

मेडिकल वेस्ट का संकलन कर तत्काल डिस्पोस करना जरुरी

अस्पतालों से हर रोज निकल रहा बडी तादाद में मेडिकल वेस्ट

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२ – कोरोना जैसी महामारी के चलते सरकारी व निजी अस्पतालों में उपचार के लिए विशेष प्रबंध किए गए है. संक्रामक बीमारी के चलते कोरोना पीडित मरीजों के उपचार के दौरान विशेष सावधानी बरती जा रही है. सरकारी आंकडो के अनुसार अमरावती सहित संभाग के ५५ कोविड-१९ अस्पतालों में डेली ११०० किलो मेडिकल वेस्ट निकल रहा है. मेडिकल वेस्ट का प्राथमिकता से संकलन कर तुरंत डिस्पोज किया जाना अनिवार्य है. ग्लोबल इको सेव सिस्टम को मेडिकल वेस्ट संकलन व नष्ट करने का ठेका दिया गया है. लेकिन कई बार घातक मेडिकल वेस्ट महानगर पालिका, नगर पालिका की कचरा गाडियों व कचरा डिपों में डाले जाने की घटनाएं सामने आयी है. इस मामले में प्रदूषण बोर्ड द्वारा महानगरपालिका को नोटिस जारी किया गया है.
कोविड-१९ के मेडिकल वेस्ट के अलावा सामान्य तौर पर अस्पतालों से १,३५० किलो मेडिकल वेस्ट निकलता है. इस तरह मार्च माह से रोजाना औसतन २४.५० टन मेडिकल वेस्ट निकल रहा है. पूरी तरह पैक गाडियों में मेडिकल वेस्ट को दुर्गापुर के पास स्थित ठेका कंपनी के डिस्पोस सेंटर तक लाने का नियम है. कचरा संकलन करने वाली गाडियां पर जीपीएस सिस्टम लगाए जाने का दावा ठेका कंपनी के अधिकारी करते है. लेकिन गई बार गाडियां समय पर न पहुंचने सहित अन्य कारणों के चलते कुछ निजी अस्पतालों का कचरा चुपचाप महानगर पालिका के कचरा डिपो में भेज दिया जाता है. जो कि आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए घातक है. प्रदूषण बोर्ड द्वारा कई बार महानगरपालिका के अधिकारियों, सीएम, आएएमए संबंधित अस्पतालों को तथा सुकली कचरा डिपो में पीपीईकीट पाए जाने की शिकायत पर प्रदूषण बोर्ड ने महानगर पालिका द्वारा नोटिस इश्यू किए जा चुके है.

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