शहर के विकास के लिए टैक्स बढ़ाना जरुरी
मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने अमरावती मंडल को दी जानकारी
* फाइनल नोटीस में विभिन्न आकार शुल्क लगकर आएंगे
अमरावती/दि.24– वर्तमान में मनपा द्वारा किए गए संपत्ति सर्वेक्षण के बाद संपत्तिधारकों को डेढ़ गुना संपत्ति टैक्स बढ़ाकर दी गई नोटीस के बाद नागरिकों में तीव्र असंतोष व्याप्त है. लेकिन करीबन 18 वर्ष बाद नियमानसार यह शुल्क बढ़ाए जाने की जानकारी मनपा आयुक्त देवीदास पवार द्वारा अमरावती मंडल को देते हुए बताया कि शहर के विकास के लिए टैक्स बढ़ाना जरुरी है. मनपा के पास आय के साधन कम है. नागरिकों को फाइनल नोटीस में ही विभिन्न आकार के शुल्क लगाकर बिल दिए जाने वाले हैं.
घर टैक्स को लेकर नागरिकों में असंतोष व्याप्त है. मनपा के सभी जोन कार्यालय में नोटीस मिलने के बाद आपत्ति दर्ज कराने वालों की सुबह से भीड़ देखी जा रही है. मनपा आयुक्त का कहना है कि जिन लोगों द्वारा आपत्ति दर्ज की जा रही है उनकी तत्काल सुनवाई चल रही है. किसी जोन कार्यालय में आपत्ति दर्ज कराने वालों की संख्या अधिक रहने पर थोड़ा समय अवश्य लग सकता है, लेकिन सभी का समाधान कर उन्हें टैक्स किस तरह बढ़ाया जा रहा है, इसकी जानकारी देना जारी है. साथ ही दी गई नोटीस में किसी के नाम की गलती अथवा त्रुटी होने पर उसे तत्काल सुधारने के निर्देश दिए गए है. मनपा आयुक्त ने कहा कि अमरावती मनपा में आय के स्त्रोत कम है. हर पांच वर्ष में नियमानुसार संपत्ति का सर्वेक्षण होना अनिवार्य रहता है. लेकिन राजनीतिक दबाव और न्यायालयीन मामलों के चलते पिछले अनेक वर्षों से यह नहीं हो पाया. तत्कालीन आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर के कार्यकाल में प्रशासकराज रहते यह संभव हो पाया है. इस कारण लोगों को बढ़कर दिखाई देता टैक्स अन्य मनपा और नगरपालिका की तुलना में कम है. ऐसा बताते हुए आयुक्त देवीदास पवार ने कहा कि शहर के विकास के लिए यह जरुरी है. इसके लिए मनपा क्षेत्र के नागरिकों को सहयोग करना चाहिए.