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पदभार संभालते ही पहली बार मीडिया से की बातचीत
अमरावती/दि.2 – आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र में कुपोषण के साथ आदिवासियों के रोजगार के लिए स्थालातंरण की समस्या और भी गंभीर होती जा रही है. रोजी-रोटी व रोजगार के लिए आदिवासी मेलघाट से पलायन कर रहे है और अन्य प्रांत व शहरों की ओर जा रहे है. इसे रोकना जरुरी है ऐसा जिला परिषद के नवनियुक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविशांत पांडा ने कहा. नवनियुक्त सीईओं पांडा ने पदभार संभालते ही गुरुवार को मीडिया से रुबरुर होते हुए बातचीत की.
गुरुवार को पदभार संभालने के पश्चात मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि, तेलंगणा के पश्चात वे नंदूरबार जिले में स्थित तरोडा में सहायक जिलाधिकारी व आयटीडीपी प्रोजक्ट ऑफीसर के रुप में कार्यरत थे. स्वच्छ भारत अभियान के तहत बेहतरीन गीत तैयार करने के लिए उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मानित किया गया. विदर्भ में काम करने का उनका यह पहला अवसर है. सीईओ अविशांत पांडा ने बताया कि विदर्भ विशेषकर अमरावती जिले के संदर्भ में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है. किंतु विगत 24 घंटे में उन्होंने जितनी जानकारी हासिल की है उसके अनुसार नंदूरबार जिले की तरह अमरावती जिले में मेलघाट यह आदिवासी बहुल क्षेत्र है जिसमें कुपोषण बडे प्रमाण में है.
मेलघाट में सबसे बडी समस्या कुपोषण की है. लेकिन उससे भी बडी समस्या आदिवासियों के स्थालातंरण की है. आनेवाले दिनों में इस विषय पर काम किया जाएगा शासन द्बारा आदिवासियों के लिए निधि का अधिक प्रावधान किया जाता है उसे मेलघाट क्षेत्र में खर्च करने पर ज्यादा जोर दिया जाएगा. आगामी समय में मेलघाट को भेंट देकर वहांं की समस्याओं को समझने की कोशिश करेंगे और ज्यादा से ज्यादा निधि आदिवासियों के सर्वांगिण विकास के लिए खर्च किया जाएगा.
नवनियुक्त सीईओ पांडा ने कोरोना महामारी को लेकर बताया कि, कोरोना महामारी को नियंत्रित करने हेतु उपाय योजना को प्राथमिकता दी जाएगी साथ ही टीकाकरण की संख्या बढाने पर भी जोर दिया जाएगा. जिप द्बारा विविध आवास योजना चलाई जाती है. निर्माण की देखभाल व दुरुस्ती के विषय पर भी ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुझे एक सप्ताह का समय दिजीए एक सप्ताह के पश्चात मैं स्वयं मीडिया से एक बार फिर रुबरु होऊंगा ऐसा आश्वास भी नवनियुक्त सीईओ अविशांत पांडा ने उपस्थित पत्रकारों को दिया.