
* आज विश्व त्वचा रोग दिवस पर विशेष
अमरावती/दि.6– किसी भी तरह के त्वचा रोग का इलाज करने हेतु कोई भी दवाई लेने से पहले वह प्रमाणित है अथवा नहीं तथा उसके साईड इफेक्ट क्या है, इसे लेकर किसी प्रमाणित विशेषज्ञों से सलाह ली जानी चाहिए. इस आशय का आवाहन स्थानीय त्वचारोग विशेषज्ञों ने आज विश्व त्वचा रोग दिवस के उपलक्ष्य में किया है.
इस संदर्भ में त्वचारोग विशेषज्ञों द्वारा सभी लोगों की जनजागृति करते हुए कहा गया है कि, सर्वसामान्य लोगोें में त्वचा एवं त्वचा रोग को लेकर कई तरह की भ्रांत धारणाये व गलतफहमिया होती है. हर कोई निरोगी त्वचा चाहता है. जिसके लिए कई तरह के क्रिम, लोशन व स्टेरॉईड तक का लोगबाग अपने मन से प्रयोग कर लेते है. किंतु ऐसा करना कभी-कभी काफी महंगा सौदा साबित होता है, क्योंकि कई दवाईयों के कुछ साईड इफेक्ट भी होते है और कई बार कुछ लोगों को इस दवाईयों की एलर्जी भी होती है. ऐसे में किसी प्रमाणित त्वचारोग विशेषज्ञों से संपर्क करते हुए त्वचारोग की आवश्यक जांच-पडताल करवाने के बाद ही डॉक्टर की सलाह पर दवाईयों का सेवन या प्रयोग करना चाहिए.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा गया कि, त्वचारोग से पीडित मरीजों को बेहतरीन तरीके का इलाज मिले, इस हेतु इंडियन एसोसिएशन ऑफ डर्मेटोलॉजी, वेनरोलॉजी एन्ड लेप्रोलॉजी नामक संस्था द्वारा समर्पित भाव से काम किया जा रहा है. हमारे देश में कुष्ठरोग व सफेद दाग जैसी कई बीमारियों को लेकर न्यूनगंड व डर का माहोल है, जबकि ये सभी बीमारियां योग्य इलाज के बाद ठीक हो जाती है. इन दिनों गजकर्ण नामक फंगल इंफेक्शन की बीमारी का सर्वाधिक असर व संक्रमण देखा जा रहा है और विगत कुछ वर्षों के दौरान इस बीमारी से पीडित लोगों की संख्या काफी अधिक बढ गई है. इसके पीछे मुख्य वजह स्टे्रराईड मिश्रित क्रीम का अत्याधिक प्रयोग करना है. ऐसी दवाईयों का त्वचारोग विशेषज्ञों की सलाह के बिना प्रयोग नहीं करना चाहिए. लेकिन ऐसी दवाईयां डॉक्टरों के पर्ची के बिना भी खुलेआम बिक्री हेतु उपलब्ध होती है. जिसके चलते लोगबाग ऐसी दवाईयों को खरीदकर उनका धडल्ले से प्रयोग करते है. जिसके दुष्परिणाम गजकर्ण जैसी बीमारियों के तौर पर सामने आते है. अत: त्वचा संबंधी किसी भी तरह की तकलीफ या समस्या रहने पर त्वचा रोग विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही दवाईयों का प्रयोग करना चाहिए.