अमरावती

सस्ती रेत मिलना अब भी मुश्किल

गत वर्ष के 14 रेत डिपो फेक

* 44 रेती घाटों के लिए नये सिरे से प्रक्रिया
अमरावती/दि.13– सर्व सामान्य लोगों को 600 रुपए प्रति ब्रास की दर से रेत उपलब्ध हो, इस हेतु गत वर्ष चलाई गई प्रक्रिया को ढुलाई ठेकेदारों का कोई प्रतिसाद नहीं मिला था. जिसके चलते 14 में से एक भी डिपो शुरु नहीं हो पाया था. वहीं अब सितंबर माह के अंत में बारिश का सीजन खत्म हो जाएगा. ऐसे में अक्तूबर माह के दौरान सभी 44 रेती घाटों के लिए निविदा प्रक्रिया चलाई जाएगी. जिसे मिलने वाले प्रतिसाद पर यह निर्भर करेगा कि, आखिरकार आम नागरिकों को सस्ती दरों पर रेत कब उपलब्ध हो जाएगी.
राज्य सरकार ने लोगों को सस्ती दरों पर रेत उपलब्ध कराने की नीति के तहत 8 तहसीलों के 44 रेती घाटों से जिले की 14 रेत डिपो में रेत पहुंचाते हुए जमा करने हेतु निविदा प्रक्रिया चलाई थी. जिसके तहत केवल 4 से 5 तहसीलों के लिए निविदाएं प्राप्त हुई थी. परंतु निविदाधारकों द्बारा पेश किए गए रेत ढुलाई की दरें प्रशासन को अपेक्षित दरों से कई गुना अधिक रहने के चलते इन निविदाओं को खारिज कर दिया गया था. वहीं अन्य डिपो के लिए कोई निविदा ही प्राप्त नहीं हुई थी. जिसकी वजह से जिले में एक भी रेत डिपो शुरु नहीं हो पाया था. प्रक्रिया में हुआ विलंब भी इसके पीछे एक महत्वपूर्ण कारण था. वहीं अब अक्तूबर माह के पहले सप्ताह में एक बार फिर रेती घाटों के लिए निविदा प्रक्रिया चलाई जाएगी. जिसके लिए पर्यावरण विभाग की अनुमति आवश्यक है. इस दृष्टि से प्रस्ताव भेजे जाने की जानकारी पर्यावरण विभाग द्बारा दी गई है.
* 1.35 लाख ब्रास रेत का स्टॉक उपलब्ध
गत वर्ष एक भी रेत घाट की नीलामी नहीं हुई थी. जिसके चलते जिले के 44 रेती घाटों में कम से कम 1.35 लाख ब्रास यानि 6 लाख टन रेत का स्टॉक उपलब्ध रहने की जानकारी जिला खनिकर्म विभाग द्बारा दी गई. परंतु बंद रहने वाले रेत घाटों पर रात के अंधेरे में अवैध तरीके से रेत उत्खनन व रेत ढुलाई किए जाने और इस बार नदी-नालों में बारिश कम रहने की वजह से अपेक्षित बाढ नहीं आने के चलते रेत का स्टॉक कम रहने की पूरी संभावना जताई जा रही है.
* 8 तहसीलों में 44 रेत घाट
जिले में यद्यपि कुल 14 तहसीलें है, लेकिन इसमें से केवल तिवसा, भातकुली, धामणगांव, मोर्शी, दर्यापुर, अचलपुर, चांदूर बाजार व धारणी तहसील क्षेत्र में ही 44 रेती घाट है. साथ ही इन रेत घाटों से फत्तेपुर जावरा, चांदूर ढोरे, धामंत्री, गणोरी, नावेड, जलगांव मांगरुल, तलनी, खानपुर, बनोसा, हिवरा, निंभारी, टोंगलापुर, तलनी पुर्णा व तलई डिपो में रेत को जमा किया जा रहा है.
* अक्तूबर माह के पहले सप्ताह दौरान सभी रेती घाटों के लिए निविदा प्रक्रिया चलाई जा रही है. जिससे पहले पर्यावरण विभाग की मान्यता ली जाएगी.
– इमरान शेख,
जिला खनिकर्म अधिकारी.

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