* भारतीय महाविद्यालय के नवनिर्मित सभागृह का हुआ उद्घाटन
प्रतिनिधि/दि. 8– लोकतांत्रिक व्यवस्था में नागरिक महत्व का केंद्रबिंदू है. इस संदर्भ में विश्व के लोकतांत्रिक प्रधान देश ईझराईल में न्याय व्यवस्था चरमराती रहते वहां के समाज ने एकजुट होकर इसका विरोध किया. पाकिस्तान में भी ऐसी ही स्थिति निर्माण होने पर वहां के नागरिको ने भी इसका कडा विरोध किया. लेकिन भारत का समाज इस बाबत सतर्कता नहीं रखता. 5 वर्षो के बाद आनेवाले चुनाव में एक बार मतदान किया तो अपना कर्तव्य पूरा हो गया, ऐसा उन्हें लगता है. इसी अज्ञान के कारण लोकतंत्र खतरे में आने का प्रतिपादन प्रमुख वक्ता व लोकसत्ता के निवासी संपादक देवेंद्र गावंडे ने किया. वें भारतीय महाविद्यालय के नए सभागृह के उद्घाटन अवसर पर ‘लोकतंत्र और समाज’ विषय पर बोल रहे थे.
संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ संलग्नित भारतीय विद्या मंदिर द्वारा संचालित भारतीय महाविद्यालय के सभागृह नूतनीकरण का उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय विद्या मंदिर के अध्यक्ष डॉ. सतीश कुलकर्णी ने की. उद्घाटक के रुप में विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. मिलिंद बाराहते उपस्थित थे. प्रमुख अतिथि के रुप में लोकसत्ता के निवासी संपादक देवेंद्र गावंडे, प्राचार्य आर. बी. महाजन, प्राचार्य डॉ. आराधना वैद्य उपस्थित थे. सर्वप्रथम मान्यवरों के हाथों सभागृह का फीत काटकर उद्घाटन किया गया. प्रास्ताविक में प्राचार्य डॉ. आराधना वैद्य ने अपनी भूमिका स्पष्ट की. इस अवसर पर अतिथियों ने अपने समयोचित विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम में विद्यापीठ व्यवस्थापन परिषद के सदस्य डॉ. प्रवीण रघुवंशी, सिनेट सदस्य कैलाश चव्हाण, भारतीय विद्या मंदिर संस्था के पदाधिकारी प्रा. रामराव बिजवे, प्रा. शकुंतला महाजन, एड. यदुराज मेटकर, सचिव अनंतराव सोमवंशी, प्रशांत भागवतकर, प्रा. संगीता कुलकर्णी, अमीत बिजवे, प्राचार्य डॉ. एकनाथ तट्टे, प्राचार्य डॉ. रजनीश बामबोले, शहर के प्राध्यापक, पत्रकार, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी और विद्यार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन डॉ. मीता कांबले ने तथा आभार प्रदर्शन डॉ. प्रशांत विघे ने किया.