छात्र-छात्रों ने कराटे का प्रशिक्षण लेना समय की जरूरत
उपजिलाधिकारी अनिल भटकर का कथन
अमरावती/दि.15– वर्तमान में बच्चों के लिए मैदानी खेल दुर्लभ बात हो गई है. मोबाइल के कारण बच्चे शरीर, मन और आत्मविश्वास से कमजोर हो रहे है. यह चिंता की बात है. इस पर मात करने के लिए उन्होंने नियमित जपानी कराटे कला के पाठ लेना जरूरी है, यह बात उपजिलाधिकारी अनिल भटकर ने कही. जपानी कराटे नियमित प्रशिक्षण लेने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाणपत्र, पहचान पत्र व बेल्ट वितरण करने आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रहे थे. यह कार्यक्रम ऑल इंडिया किलर ऑफ दि ड्रॅगन मार्शल आर्ट्स असोसिएशन अमरावती व अभिजीत बहुउद्देशीय सामाजिक विकास संस्था,अमरावती व ऑल महाराष्ट्र कराटे डो असोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में झेन इंग्लिश स्कूल में रविवार को आयोजित किया गया था.
कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्रैंंड मास्टर राजू नन्नावरे ने की. इस अवसर पर महेंद्र विद्यालय की मुख्याध्यापिका सुषमा ताजने, पूर्व क्रीडा अधिकारी अशोक खंडारे, सलीम मिरावाले, कृषी सह्यायक अधिकारी नरेंद्र पकडे, अमोल संभे, सचिन कालपांडे, कवि श्रीराम डोंगरे, डॉ. आंबेडकर सोशल फ्रंट अमरावती के संयोजक मिलिंद कांबले, राजेश फुले, अरुण बनारसे, दिगंबर मेश्राम, अनिल फुलझेले, माधुरी पकडे, पुनम उईके, विधि तज्ञ मोनिका भेलांडे, सेम्पाई राजीव ठवरे, सेम्पाई सुनील कोटार, सेम्पाई पुर्वा पकड़े उपस्थित थे. कार्यक्रम दौरान स्वर्ण पदक विजेता सेम्पाई पूर्व पकडे का सत्कार किया गया.