दुपहिया चलाते समय हेल्मेट पहनना बेहद जरुरी
बेतरतीब यातायात की वजह से हो रहे सर्वाधिक सडक हादसे
अमरावती/दि.18– इस समय जहां एक ओर समृद्धि एक्सप्रेस वे पर आए दिन सडक हादसे घटित हो रहे है. वहीं राज्य व राष्ट्रीय सहित अन्य महामार्गों पर भी घटित होने वाल सडक हादसों में बडे पैमाने पर लोगों की मौत हो रही है. जारी वर्ष के पहले 8 माह दौरान जिले में करीब 425 सडक हादसे घटित हुए है. जिसमें से 224 हादसे ‘फेटल’ यानि प्राणांकित साबित हुए. इन हादसों में कुल 249 लोगों की मौत हुई. जिनमें 221 पुरुषों व 28 महिलाओं का समावेश था. साथ ही सडक हादसों में मारे जाने वाले सर्वाधिक लोग दुपहिया वाहनों पर सवार थे और उन्होंने हादसे के वक्त अपने सिर पर हेल्मेट नहीं पहना हुआ था. अन्यथा उनकी जान बच भी सकती थी. ऐसे में कहा जा सकता है कि, दुपहिया वाहन चलाते समय हेल्मेट का प्रयोग करना बेहद आवश्यक है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक जनवरी से अगस्त इन 8 माह के दौरान जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 425 हादसे घटित हुए. जिनमें से 224 प्राणांतिक, 92 गंभीर व 99 छिटपूट हादसे रहे. जिसके साथ ही जिन 425 हादसों में से 95 हादसे राष्ट्रीय महामार्ग पर, 211 हादसे राज्य महामार्ग पर व 119 हादसे अन्य मार्ग पर हुए. चूंकि सर्वाधिक हादसे राज्य महामार्ग पर हुए है. ऐसे में अब राज्य महामार्गों पर अपघात प्रवण स्थलों को नये सिरे से चिन्हित किया जा रहा. जिन 224 प्राणांतिक हादसों में 249 लोगों की जान गई, उसमें से सर्वाधिक 110 हादसे राज्य महामार्ग पर घटित हुए और इन हादसों में 127 लोगों की जान गई. इसमें से सर्वाधिक मौते तेज रफ्तार व गैर अनुशासित वाहन चलाने की वजह से हुई. वहीं कई ऐसे मामले भी रहे. जिनमें सिर पर हेल्मेट रहने की वजह से हादसे का शिकार हुए लोगों को चोटे तो आयी लेकिन उनकी जान बच गई.
* 8 माह में 425 हादसे, 249 मौते
जिले के ग्रामीण क्षेत्र में जनवरी से अगस्त माह के दौरान कुल 425 सडक हादसे घटित हुए. जिनमें 249 लोगों की असमय ही मौत ुहुई.
* सर्वाधिक हादसे दर्यापुर मार्ग पर
जिले में सर्वाधिक हादसे अमरावती-वलगांव-दर्यापुर राज्यमार्ग पर घटित हुए. इसके साथ ही अमरावती-परतवाडा व अमरावती-मोर्शी मार्ग पर भी अच्छे खासे सडक हादसे घटित हुए है. विशेष उल्लेखनीय है कि, 425 में से सर्वाधिक 211 हादसे राज्य महामार्गों पर ही घटित हुए है.
* हेल्मेट नहीं पहनने वाले 1400 लोगों पर कार्रवाई
जनवरी से सितंबर माह के दौरान हेल्मेट का प्रयोग नहीं करने वाले 1400 वाहन धारकों पर दंडात्मक कार्रवाई की गई. परंतु इसमें से 90 फीसद चालान अनपेड है.
* हेल्मेट नहीं रहने पर 500 रुपए दंड
दुपहिया वाहन चलाते समय वाहन चालक द्बारा हेल्मेट का प्रयोग नहीं करने पर उस पर 500 रुपए का दंड लगाया जाता है. जिसके लिए ई-चालान जारी किया जाता है.
* कई हादसों में हेल्मेट साबित हुआ प्राणरक्षक
वाहन चलाते समय यातायात के नियमों का पालन करना ही चाहिए. अगर दुपहिया वाहन चलाते समय हेल्मेट का प्रयोग नहीं किया जाता है, तो बिना सिर वाले व्यक्ति की तरह स्थिति हो सकती है. ऐसा प्रबोधन जिला यातायात पुलिस विभाग द्बारा लगातार कियाजा रहा है. कई सडक हादसों में सिर पर हेल्मेट रहने की वजह से दुपहिया चालकों की जान बची है. ऐसे में सडक हादसे के वक्त हेल्मेट एक तरह से प्राणरक्षक साबित हुआ है.
– गोपाल उंबरकर,
पुलिस निरीक्षक,
जिला यातायात शाखा