* एडीजी का सीपी, एसपी व आईजी के नाम आदेश
अमरावती/दि.5– समूचे राज्य में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को इसके बाद सलग्न यानि ‘अटैच’ नहीं करने का आदेश अपर पुलिस महासंचालक संजय सक्सेना ने राज्य के सभी पुलिस आयुक्तों, पुलिस अधीक्षकों व परिक्षेत्र महानिरीक्षकों के नाम जारी किये है. इसके चलते अपराध शाखा सहित अन्य स्थानों पर सलग्न रहने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को उनके मूल तबादले वाले स्थान पर कब व कैसे भेजा जाता है, इसे लेकर सभी में अच्छी खासी उत्सुकता देखी जार ही है.
बता दें कि, पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की आम बदली प्रक्रिया तथा अपवादात्मक परिस्थिति में प्रशासकीय जरुरत को समझते हुए घटक व परिक्षेत्रीय स्तर पर आस्थापना मंडलों द्वारा तबादलें की प्रक्रिया पूरी कर दिये जाने के बाद तबादला प्राप्त पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को त्वरित तय मुदत के भीतर नई नियुक्ति वाले स्थान पर हाजिर रहने हेतु कार्यमुक्त किया जाना आवश्यक होता है. परंतु एसपी, सीपी व रेंज आईजी जैसे घटक प्रमुख विविध कारणों के चलते अपने घटकों के पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को उनके तबादले वाले स्थान से अन्य स्थानों पर संलग्न यानि अटैच पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों का तबादला होने के बाद उन्हें अन्य स्थानों पर संलग्न करने से संबंधित कोई कानूनी प्रशासकीय प्रावधान नहीं रहने के चलते अब अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी भी कारण के चलते कही अन्य संलग्नित नहीं किया जाये, ऐसा आदेश भी एडीजी सक्सेना द्वारा जारी किया गया है.
* तुरंत मूल नियुक्ति वाले स्थान पर भेजे
संलग्न अधिकारियों व कर्मचारियों की समीक्षा करते हुए उन्हें तुरंत उनकी मूल नियुक्ति वाले स्थान पर हाजिर होने का निर्देश दिया जाये और आगामी 5 दिनों के भीतर इसकी पूर्तता होने की ओर व्यक्तिगत तौर पर ध्यान दिया जाये. साथ ही भविष्य में भी उपरोक्त निर्देशों का कडाई से पालन हो, इस बात की ओर सभी घटक प्रमुखों द्वारा ध्यान दिया जाये, ऐसा भी इस आदेश में कहा गया है.
* क्या अपराध शाखा से निकल पाएंगे ‘चिपकू’?
सन 2021 में गाडगे नगर पुलिस थाने में तबादला हुए काले व नांदगांव पेठ में तबादला हुए देशमुख तबादले के बावजूद क्राइम ब्राँच में ही रहे. साथ ही उन्हें तबादले से पहले यानि 29 जनवरी 2021 से अपराध शाखा में ही नियमित किया गया. इसी तरह सुंदरकर नामक पुलिस कर्मी का तबादला भी फ्रेजरपुरा में हुआ था. लेकिन वे भी नई नियुक्ति वाले स्थान पर नहीं गये. तबादले को टालने वाले ऐसे अन्य कई पुलिस कर्मी अब अपनी मूल नियुक्ति वाले स्थानों पर जाएंगे.