* कामगारों ने बेमियादी अनशन की दी चेतावनी
अमरावती/दि.23– एमआईडीसी परिसर की जाधव जिनिंग एण्ड प्रेसिंग ऑटोमाइजेशन कंपनी शुक्रवार 22 दिसंबर से अचानक बंद कर दी गई. कंपनी घाटे में रहने का कारण बताकर बंद की गई है. कामगारों को किसी भी तरह की पूर्व सूचना न देते हुए उसे बंद किए जाने से कामगारों पर भूखमरी की नौबत आ गई है. कामगारों ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अनशन पर बैठने की चेतावनी शुक्रवार को जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में दी है.
एमआईडीसी परिसर के जिनिंग एण्ड प्रेसिंग ऑटोमाइजेशन के ऑपरेटर, टर्नर, फीटर, वेल्डर, मशीनिस्ट, हेल्पर तथा ऑफीस क्लर्क के रुप में कार्यरत 40 से 50 कर्मचारी शुक्रवार 22 दिसंबर को हर दिन की तरह सुबह 7.30 बजे कंपनी पहुंचे तब कंपनी के गेट पर ही नोटिस लगाई गई थी. नोटिस गलत रहने की बात कामगारों ने ज्ञापन में कही है. एमआईडीसी परिसर में यह कंपनी निर्माण करने वाला उत्पादन अमरावती एमआईडीसी में अन्य कोई भी कंपनी नहीं करती. कंपनी घाटे में नहीं है, कंपनी भारी मात्रा में मुनाफे में है, कंपनी के गेट पर नोटिस लगाने के पूर्व कामगारों को किसी भी तरह की सूचना देकर अवगत नहीं करवाया गया. कंपनी व्दारा लगाई गई नोटिस गैरकानूनी है. वह कामगारों को मंजूर नहीं है ऐसा भी ज्ञापन में कहा गया है.
कंपनी पूर्ववत तत्काल शुरू करने अन्यथा जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन पर बैठने की चेतावनी कामगारों ने ज्ञापन में दी है. ज्ञापन सौंपने वालों में रवींद्र चौधरी, छत्रपति ढेंबरे, रत्नाकर सोलेव, सचिन भेंडे, सुनील थोरांगे, प्रमोद भगत, विजय घोघरे, संदीप ठाकरे, देवानंद कलमकर, अरुण लोणकर, किशोर घिमे, राजेश गाडे, सीताराम गाडगे, दिनकर पुनकर, रमेश तांबे, मनीष गढपायले, ज्ञानेश्वर मोंढे, नितिन मांडले, सुनील गुल्हाने, विनोद ओझा, नीलेश खरड, अजय श्रीवास, संतोष गजभिये, अजय पेठे, नीलेश नागपुरे, प्रमोद पोटे, यशवंत जीकार, शिवकुमार देशमुख, विनोद चराटे, विजय धोंगडे, नीलेश जवंजाल, रवींद्र यवतकर, सुरेश खोपे, राजेश जवंजाल, रामदास मेमनकर, सुनील बानुवाकोडे, प्रदीप नंद, उमेश चराटे समेत बडी संख्या में कामगार उपस्थित थे.