जगदीशचंद्र तरडेजा ही संत कंवरराम एज्युकेशन सोसायटी के अध्यक्ष
एड.जुगलकिशोर शर्मा ने किया खुलासा
अमरावती/दि.27 – संत कंवरराम एज्युकेशन सोसायटी के अध्यक्ष के रुप में जगदीशचंद्र तरडेजा ही कायम है. उनके स्थान पर पूर्वाध्यक्ष गुरुमुखदास घुंडियाल के पक्ष में उपधर्मदाय आयुक्त केदार जोशी ने फैसला सुनाकर उनका अध्यक्षपद बरकरार रखने की बात करने वाले व्यक्ति जनता की दिशाभुल कर रहे है. इस तरह की जानकारी जगदीशचंद्र तरडेजा के वकील एड.जुगलकिशोर शर्मा ने यहां जारी प्रेस बयान में दी है.
एड.शर्मा का कहना है कि सहधर्मदाय आयुक्त केदार जोशी ने आदेश का गलत अर्थ निकालकर गुरुमुखदास घुंडियाल ने जनता की दिशाभूल करने का प्रयास किया है. गुरुमुखदास घुंडियाल ने 8 जुलाई 2012 को संस्था के अध्यक्षपद से इस्तिफा दिया था. संस्था ने उनका इस्तिफा स्वीकार भी किया. जिसके बाद उनके स्थान पर जगदीशचंद्र तरडेजा को निर्वाचित किया गया. उनका निर्विरोध चयन हुआ था. इस संबंध में संस्था व्दारा 18 मार्च 2013 को अध्यक्ष के नाम को बदलने अर्जी भी दायर की गई. उपधर्मदाय आयुक्त ने 17 दिसंबर 2019 को इस अर्जी को स्वीकार किया. यह अर्जी अध्यक्ष के नाम को बदलने संबंधी थी. उपधर्मदाय आयुक्त ने कहा कि 2019 के पूर्व के अध्यक्ष तथा नये अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. साथ ही कार्यकारी मंडल का भी कार्यकाल समाप्त हो चुका है. इसलिए उपधर्मदाय आयुक्त ने संस्था को 17 दिसंबर 2019 को तीन माह के भीतर कार्यकारी मंडल के चुनाव व निरीक्षक सार्वजनिक संस्था के निरीक्षण व नियंत्रण में लेने के निर्देश दिये थे. 31 जनवरी 2020 को संस्था व्दारा नई कार्यकारिणी मंडल का चुनाव हुआ. इसके बाद अध्यक्ष बदलाव संबंधी 168/2020 को अर्जी दाखल की गई. इस अर्जी पर फैसला सुनाया गया है. लेकिन सर्वोच्च न्यायालय व मुंबई हाईकोर्ट के ऐसे फैसले है कि कार्यकारी मंडल का चुनाव होने के बाद कार्यकारी मंडल संस्था का व संस्था व्दारा संचालित शैक्षणिक संस्था का कार्यभार देखने में समर्थ व सक्षम है. अत: उसके लिए बदलाव अर्जी स्वीकार करने की जरुरत नहीं है. उसी प्रकार अगर बदलाव अर्जी खारीज होती है तो चुनाव के तारीख से बदलाव अर्जी खारीज होने तक का पूरा कार्यकाल कानूनी रुप से महत्वपूर्ण माना जाता है. नई कार्यकारिणी में जगदीशचंद्र तरडेजा को अध्यक्ष, सुरेंद्र पोपली उपाध्यक्ष, अर्जुनदास दादलानी उपाध्यक्ष, मेघनाथ अरोरा महासचिव, जयप्रकाश हासवानी सहसचिव, मदनलाल घुंडियाल को कोषाध्यक्ष, मोहनलाल घुंडियाल को समाजकल्याण सचिव, हिरानंद मत्तानी को शिक्षा सचिव, डॉ.चंद्रभान दारा व गुरुमुखदास खत्री को कार्यकारी सदस्य के रुप में स्वीकारा है. इस कारण पूर्व कार्यकारिणी का कार्यकाल समाप्त हो चुका है.