अमरावती

शंकरबाबा पापलकर को जैताई मातृगौरव पुरस्कार

अंध मानस कन्या गांधारी करेगी पुरस्कार का स्वीकार

अमरावती/दि.11– यवतमाल जिले की वणी तहसील स्थित जैताई देवस्थान द्बारा प्रतिवर्ष दिया जाने वाला जैताई मातृगौरव पुरस्कार इस वर्ष अमरावती के वझ्झर स्थित स्व. अंबादासपंत वैद्य दिव्यांग व अनाथ बालगृह के संचालक शंकरबाबा पापलकर को दिए जाने की घोषणा की गई है. यह पुरस्कार आगामी 19 अक्तूबर को दोपहर 1 बजे वणी के जैताई सभागार में वरिष्ठ समाजसेवी सुधाकर पुराणिक के हाथों 83 वर्षीय शंकरबाबा पापलकर को समारोहपूर्वक प्रदान किया जाएगा. विशेष उल्लेखनीय है कि, यह पुरस्कार खुद अपने हाथों स्वीकार करने की बजाय शंकरबाबा पापलकर अपनी अंध मानस कन्या व लता मंगेशकर गायन पुरस्कार प्राप्त गांधारी के हाथों स्वीकार करेंगे. इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के तौर पर विधायक संजीव रेड्डी बोदकुरवार व संगाबा अमरावती विद्यापीठ के सिनेट सदस्य गजानन कासावार उपस्थित रहेंगे.

इस संदर्भ में वणी स्थित जैताई देवस्थान के अध्यक्ष माधव सरपटवार व सचिव मुन्नालाल तुगनायत द्बारा दी गई जानकारी के मुताबिक अब तक यह पुरस्कार समाजसेवा हेतु समर्पित 12 महिलाओं को प्रदान किया गया है और इस वर्ष इस पुरस्कार की तपपूर्ति के निमित्त जैताई देवस्थान ने वझ्झर में 123 दिव्यांग व अनाथ बच्चे-बच्चियों के मातृत्व व पितृत्व की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए उनका विगत 25 वर्षों से लालन-पालन कर रहे शंकरबाबा पापलकर का चयन जैताई मातृगौरव पुरस्कार हेतु सर्वसम्मति से किया है. जिन्हें आगामी 19 अक्तूबर को यह पुरस्कार समारोहपूर्वक प्रदान किया जाएगा. इस पुरस्कार के तहत शंकरबाबा पापलकर को 1 लाख रुपए नगद, सम्मानचिन्ह, शाल व श्रीफल प्रदान किए जाएंगे.

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