अमरावती/दि.12-जलजीवन मिशन अंतर्गत शुरू किए गये दस गांवों की जलापूर्ति योजना खटाई में पडी है. जिसमें मेलघाट के सात गांवों में वन विभाग द्बारा जलापूर्ति योजना को अनुमति नहीं दिए जाने पर तथा तिवसा तहसील के तीन गांव में कुआं व पानी की टंकी का निर्माण किए जाने जगह उपलब्ध नहीं रहने से सभी 10 गांव के कामों को ब्रेक लगा है.
ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों के लिए ‘जलजीवन मिशन’ योजना कार्यान्वित की गई थी. मार्च के अंत तक हर घर नल से जलापूर्ति किए जाने का प्रयास था. उसी के अनुसार हर गांव में पाइप लाइन का काम भी जोरो शोरो से शुरू था. किंतु अचानक जगह के अभाव में योजना को ब्रेक लगा. केन्द्र सरकार की ‘जलजीवन मिशन’ महत्वकांक्षी योजना है.‘जलजीवन मिशन’ अंतर्गत 666 योजना मंजूर है. कार्यान्वित 329 योजनाओं के काम पूरे हो चुके है. कुछ योजनाएं प्रगति पथ पर है. मात्र मेलघाट के 7 व तिवसा तहसील के 3 गांव के काम को ब्रेक लगा है. इस संदर्भ में वन विभाग से बात चल रही है. निश्चित तौर पर योजना को लेकर कोई ना कोई रास्ता जरूर निकलेगा. अगर कोई रास्ता नहीं निकला तो काम कैसे होगे. इस पर भी प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है.
* इन गांवों के कामों को लगा ब्रेक
मेलघाट के रंगुबेली, रूईपठार, हतरू इन चार गावों में ‘जलजीवन मिशन’ के कामों को वनविभाग की अनुमति नहीं दिए जाने से तथा तिवसा तहसील के फतेपुर, जावरा, अनकवाडी यहां कुएं के निर्माण के लिए व हसनापुर यहां नई पानी की टंकी का निर्माण किए जाने के लिए जगह उपलब्ध न होने से इन गांवों के कामों को लगा ब्रेक.