अमरावती

दुर्गम गांवों में जलजीवन मिशन

पालकमंत्री ठाकुर ने दिये प्रशासन को निर्देश

  • मेलघाट में जारी विकास कामों का लिया जायजा

अमरावती/दि.20 – आदिवासी बहुल मेलघाट के दुर्गम गांवों में शुध्द पेयजल उपलब्ध कराने हेतु जलजीवन मिशन के कामों को गति दी जाये. साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं को अद्यावत किया जाये, इस आशय के निर्देश जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने मेलघाट के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दिये. साथ ही कहा कि, सभी अधिकारियोें व कर्मचारियों ने अपने काम में किसी भी तरह की लापरवाही न करते हुए नागरिकों को परिपूर्ण सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए.
बता दें कि, पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने विगत दो दिनों तक लगातार मेलघाट के दुर्गम गांवों का दौरा करते हुए वहां चल रहे विकास कामों एवं उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया. साथ ही उन्होंने विभिन्न गांवों के नागरिकों से संवाद साधते हुए उनकी समस्याएं जानी और समस्याओं को हल करने का निर्देश प्रशासन को दिया. इस अवसर पर प्रकल्प अधिकारी मिताली सेठी सहित वन एवं अन्य विभागों के अधिकारी भी पालकमंत्री के साथ मौजूद थे.
अपने इस दौरे के तहत पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने चिखलदरा तहसील के जेतादेही गांव को भेंट देते हुए वहां की शाला का मुआयना किया. साथ ही कहा कि, मनरेगा के माध्यम से सभी गांवों में विविध विकास कार्य, अंगनवाडी व शाला सुधार के कामों को गति मिली है. मनरेगा के विभिन्न कामों के जरिये ‘मैं समृध्द, तो गांव समृध्द’ योजना चलायी जा रही है. इसके पश्चात पालकमंत्री ठाकुर ने धारणी तहसील के मांगीया गांव में भेंट देते हुए पुनर्वसित परिवारों की समस्याओं को जाना और मेलघाट में पेयजल की समस्या को हल करने हेतु जलजीवन मिशन के जरिये हर एक गांव तक शुध्द पानी पहुंचाने का नियोजन करने के संदर्भ में प्रशासन को निर्देश दिये. इसके साथ ही उन्होंने वन विभाग के विभिन्न कामों की समीक्षा करते हुए वन्यजीवों की सुरक्षा पर प्राथमिकता के साथ ध्यान दिये जाने का भी निर्देश दिया.

स्कायवॉक की वजह से पर्यटन को मिलेगी गति

इस समय चिखलदरा में सिडको द्वारा देश के पहले स्कायवॉक का निर्माण किया जा रहा है. इस प्रकल्प का काम निर्धारित समय के भीतर पूर्ण होना जरूरी है, क्योंकि इस प्रकल्प की वजह से चिखलदरा में पर्यटन को गति मिलेगी. इस आशय का प्रतिपादन करने के साथ ही पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने यहां पर वनविभाग के बाग का दौरा करते हुए विविध वनस्पतियों व वन्यजिवों के बारे में जानकारी हासिल की. साथ ही स्पायडर म्युजियम को भी भेंट दी और इस म्युजियम के विकास हेतु सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कही.

मधुमख्खी पालन से रोजगार निर्मिती

शहापूर के शिवस्फूर्ति प्रोसेसिंग फाउंडेशन द्वारा मधुमख्खी पालन प्रशिक्षण केंद्र चलाया जाता है. इस केंद्र के जरिये आदिवासी महिलाओं को मधुमख्खी पालन का प्रशिक्षण दिया जाता है. इस जरिय स्थानीय महिलाओं को रोजगार के साधन मिलने हेतु हर संभव मदद सरकार की ओर से दी जायेगी. ऐसा आश्वासन जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने दिया.

आहार संदर्भ में जनजागृति जरूरी

पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने मोथा में आरोग्यवर्धिनी उपकेंद्र को भी भेंट दी और कहा कि, स्थानीय लोगों में हिमोग्लोबिन की कमीवाली समस्या देखी जा रही है. ऐसे में आहार के संदर्भ में प्रभावी जनजागृति की जानी चाहिए. साथ ही उन्होंने यहां के अंगणवाडी केंद्र को भेंट देते हुए कुपोषण निर्मूलन कार्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर जानकारी प्राप्त की और मोथा में चल रहे रोगायो के कामों का भी जायजा लिया. इसके साथ ही सेमाडोह के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा करते हुए वहां की व्यवस्थाओं का मुआयना किया.

औषधी वनस्पती की दुर्लभ प्रजातियों का जतन हो

धारणी तहसील के बारी गांव में पहुंचकर पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने वनविभाग की रोपवाटिका और औषधी व दुर्लभ वनस्पती संवर्धन केंद्र को भेंट दी. जहां पर उन्होंने औषधिय गुण वाली विभिन्न प्रजातियों की वनस्पती के बारे में जानकारी हासिल की और इन वनस्पतियों का संवर्धन करने को मौजूदा समय की जरूरत बताया. जिसके लिए सरकारी स्तर पर हर संभव सहायता दिये जाने की बात भी कही.

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