* 19 को जगह-जगह होगा दहीहांडी का आयोजन
* कान्हा वेश में सजे-धजे दिखाई देंगे नौनिहाल
अमरावती/दि.17- विगत दो वर्षों से कोविड संक्रमण के खतरे और प्रतिबंधात्मक निर्देशों के चलते सभी तरह के पर्व एवं त्यौहारों पर सन्नाटा छाया रहा. जिससे कृष्ण जन्माष्टमी यानी गोकुल अष्टमी का पर्व भी अछूता नहीं रहा. परंतू अब कोविड संक्रमण की महामारी का असर पूरी तरह से खत्म हो चुका है. साथ ही प्रतिबंधात्मक नियमों को हटा दिया गया है. जिसके चलते कल गुरूवार 18 अगस्त की रात 9.30 बजे से शुक्रवार 19 अगस्त की रात 11 बजे तक गोकुल अष्टमी के पर्व पर बडी धूमधाम के साथ कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व मनाया जायेगा. जिसके तहत कल 18 अगस्त व परसों 19 अगस्त दरम्यानी रात मध्यरात्रि 12 बजे कृष्ण जन्मोत्सव के पर्व की शुरूआत हो जायेगी. जिसके लिए शहर सहित जिले में स्थित कृष्ण मंदिरों के साथ-साथ सभी मंदिरों एवं भाविक श्रध्दालुओं के घरों पर अभी से ही कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई है. जहां पर कल रात 12 बजते ही ‘नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैय्यालाल की’ जैसे उद्घोषों के साथ ही मंगलध्वनि का नाद स्वर सुनाई देगा.
इसके अलावा कल व परसों पूरा दिन शहर में अलग-अलग स्थानों पर दहिहांडी जैसे आयोजनों की धूम भी दिखाई देगी. जहां पर गोविंदा टीमों द्वारा हवा में लटकती दही की हांडी को तोडने का प्रयास किया जायेगा. साथ ही साथ कई शालाओं एवं संस्थाओं द्वारा गोकुल अष्टमी के पर्व पर फैन्सी ड्रेस स्पर्धाएं भी आयोजीत की जा सकती है. जिसके चलते जगह-जगह पर कई नौनिहाल कान्हा वेश में सजे-धजे दिखाई देंगे. इसके अलावा कई घर-परिवारों में भी छोटे-छोटे बच्चों को बालकृष्ण के रूप में सजाने की परंपरा का निर्वहन किया जायेगा. जिसके चलते हर ओर कृष्ण ही कृष्ण दिखाई देेंगे.
* आधी रात में झूलेगा कान्हा का पालना
कृष्ण जन्मोत्सव का उल्हास मनाने हेतु विभिन्न धार्मिक स्थलों सहित कृष्णभक्तों के घरों पर कान्हा जी का पालन सजाने की तैयारियां पूर्ण कर ली गई है और कल रात ठीक 12 बजे कान्हाजी का पालना झूलाते हुए कृष्ण जन्मोत्सव बडे उत्साह के साथ मनाया जायेगा. इस हेतु शहर के अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिर, अंबापेठ स्थित गोपालकृष्ण मंदिर, भाजीबाजार स्थित श्रीकृष्ण मंदिर, माताखिडकी स्थित कृष्ण मंदिर, रायली प्लॉट स्थित गोवर्धनदास की हवेली, साईनगर स्थित भक्तिधाम मंदिर तथा राठी नगर स्थित इस्कॉन मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व मनाने हेतु तमाम आवश्यक तैयारियां करने के साथ-साथ आकर्षक साज-सज्जा व रोशनाई की गई है.
* अब शुरू होगा दहीहांडी का दौर
उल्लेखनीय है कि, प्रतिवर्ष गोकुल अष्टमी के पर्व का औचित्य साधते हुए अमरावती शहर में विविध संगठनों द्वारा बडे भव्य पैमाने पर दहीहांडी की प्रतियोगिताएं आयोजीत की जाती है. जिनमें एक से बढकर एक गोविंदा टीमों द्वारा हिस्सा लिया जाता है और इन आयोजनों का आनंद लेने हेतु हजारों लोगों की भीड उमडती है. जिसमें प्रमुख रूप से युवा स्वाभिमान पार्टी की नवाथे चौक पर, नवयुवक विद्यार्थी मंडल की राजकमल चौक पर तथा मनसे की जयस्तंभ चौक पर होनेवाली दहीहांडियों का आयोजन सबसे प्रमुख होता है. जिनका अमरावतीवासियों द्वारा पुरे सालभर इंतजार किया जाता है. किंतु विगत दो वर्षों से कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर ऐसा कोई भी आयोजन नहीं हो पाया था. ऐसे में इस वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व एवं दहीहांडी उत्सव के आयोजन को लेकर सभी में उत्सुकता देखी जा रही थी. चूंकि सरकार द्वारा अब सभी पर्व एवं त्यौहारों को प्रतिबंधों से मुक्त रखने जाने की घोषणा की गई है. ऐसे में दहीहांडी स्पर्धा के आयोजकों तथा इन स्पर्धाओं की इनामी राशि को जीतने के इच्छुक गोविंदा टीमों का उत्साह चरम पर है. बता दें कि, आगामी 21 अगस्त को ही अमरावती में युवा स्वाभिमान पार्टी की दहीहांडी स्पर्धा का आयोजन होने जा रहा है. जिसे लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई है.