देश की भावी पिढी को निरोगी रहने जापानी कराटे प्रशिक्षण आवश्यक
प्राचार्य सषमा ताजने ने कहा

अमरावती /दि.25– देश की भावी पिढी को निरोगी रखना हो तो उन्हे जापानी कराटे कला का प्रशिक्षण लेना आवश्यक है. प्रत्येक पालक अपने बच्चों को प्रशिक्षण शिबिर में भिजवाएं जिससे वे निरोगी रहेंगे ऐसा महेंन्द्र विद्यालय व झेन इग्लिंश स्कूल की प्राचार्य सुषमा निलेश ताजने ने कहा वे ग्रिष्मकालीन जापानी कराटे ग्रिष्मकालीन प्रथम शिबिर के उद्द्याटन के अवसर पर बोल रही थी.
अभिजित बहुउद्देशिय सामाजिक विकास संस्था अमरावती व ऑल इंडिया किलर ऑफ द ड्रॉगन मार्शल आर्ट असोसिएशन अमरावती के संयुक्त तत्वधान में जापानी कराटे ग्रिष्मकालीन प्रथम प्रशिक्षण शिबिर का आयोजन 10 अप्रैल से 20 मई तक किया गया है. जिसका विधिवध उद्द्याटन संघमित्ता हॉटेल त्रिवेणी कॉलनी लघुवेतन कॉलनी से सटे कॉग्रेस नगर मुख्य रास्ते पर प्राचार्य सुषमा ताजने के हस्ते किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्रँड मास्टर राजू नन्नावरे ने की तथा प्रमुख अतिथी के रूप में प्रा. डॉ. अरूणा वाडेकर, महाराष्ट्र बँक के सेवा निवृत्त व्यवस्थापक अरूण आठवले, सामाजिक कार्यकर्ता अरूण बनारसे, राजेश फुले, नंदा राउत, कुमुद पाचपोर, राजिव ठवरे, सुनिल कोटार, धिरज निर्मल, मनोज पांडे, महिला मुख्य प्रशिक्षक पुर्वा पकडे, अर्शद गोचेवाले, व डॉ. मंगेश मेढें उपस्थित थे.