अमरावती

जसापुर ग्राप प्रशासक ने की ९ लाख ८९ हजार रुपयों की हेराफेरी

ग्रामपंचायत सरपंच का सनसनीखेज आरोप

अमरावती प्रतिनिधी/ २१ – चांदुरबाजार तहसील के जसापुर ग्रामपंचायत के तत्कालीन प्रशासक ने उनके कार्यकाल के दौरान ग्रामसभा की मान्यता, प्रस्ताव ना लेते हुए १४ वें वित्त आयोग में लगभग ९ लाख ८९ हजार रुपयों की निधि में हेरफेर की है. यह सनसनीखेज आरोप वर्तमान सरपंच मंगेश थोरात ने पत्र परिषद में लगाया है. पत्रकारों को उन्होंने बताया कि सामग्री खरीदी के बिल भी ग्रामपंचायत के रिकार्ड में लगाए गए है. लेकिन सामग्री खरीदी नहीं गयी है.
पत्रकार परिषद में सरपंच मंगेश थोरात ने बताया कि बीते ११ फरवरी को सरपंच पद का उन्होंने जिम्मा संभाला. ग्रामपंचायत चुनाव से पहले प्रशासक के रूप में विस्तार अधिकारी पी.एन. तेलंग यह जिम्मा संभाल रहे थे. ग्रामपंचायत को मिले १४ वे वित्त आयोग का निधि ग्रामसभा, प्रस्ताव ना लेते हुए प्रशासक ने खर्च किया. प्रत्यक्ष में लायी गयी वस्तूएं व बाजार भाव की वस्तूओं में काफी अंतर है. १० लाख रुपए खर्च किए जाने की जानकारी रिकार्ड में दर्ज की गई है. लेकिन जिन वस्तुओं व सामग्री की खरीदी की गई है उनका मूल्य ३ लाख रुपयों से ज्यादा नहीं है. इसीलिए प्रशासक ने इसमें ७ लाख रुपयों की हेराफेरी की है. इ -लर्निंग सेट, सॉफ्टवेअर, अंगणवाडी के लिए डेस्क -बेंच, अॅक्वा खरीदी, डोमेस्टिक आरओ प्लांट, टॉय किट जैसी सामग्री खरीदी के बिल रिकार्ड में लगाए गए है. लेकिन प्रत्यक्ष में वस्तुओं की खरीदी नहीं की गई है. प्रशासक ने निधि के सभी दस्तावेज फर्जी निकाले है. इतना ही नहीं तो निधि की हेराफेरी करते हुए सरकार को गुमराह किया है.

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