अमरावती

जयश्री सेवक चौथी बार बनी एमडीआरटी

रिकॉर्ड 81 दिन में हासिल की उपलब्धि

* लगातार तीसरी बार सीईओ काउंसील में भी हुई शामिल
* राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अर्जित की शानदार उपलब्धि
अमरावती/दि.1– निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी मैक्स लाइफ इश्युरंस में बीमा सलाहकार के तौर पर सेवा प्रदान करने वाली अमरावती निवासी जयश्री सेवक (जयस्वाल) ने इस वर्ष चौथी बार एमडीआरटी बनने का बहुमान अर्जित किया है. विशेष उल्लेखनीय है कि, एमडीआरटी की प्रतिस्पर्धा हेतु जनवरी से दिसंबर पूरे एक वर्ष का समय तय होता है. परंतु जयश्री सेवक (जयस्वाल) ने जारी वर्ष में केवल 81 दिन के भीतर ही तमाम मानकों को पूरा करते हुए रिकॉर्ड समय में एमडीआरटी बनने का कारनामा कर दिखाया. इसके साथ ही जयश्री सेवक (जयस्वाल) ने वर्ष 2023 के लिए सीईओ काउंसिल (पैरिस) के लिए भी क्वॉलिफाय कर लिया है. जबकि इसके लिए जून माह तक समय निर्धारित होता है. जिसे जयश्री सेवक (जयस्वाल) ने मार्च माह में ही हासिल कर लिया. यह अब तक सबसे कम समय में एमडीआरटी तथा सीईओ काउंसिल को पूरा करने का अपनी तरह का अनूठा रिकॉर्ड है.
विशेष उल्लेखनीय है कि चार बार एमडीआरटी बनने का बहुमान हासिल करने वाली जयश्री सेवक (जयस्वाल) इससे पहले तीन बार मैक्स लाइफ इंशोरंस की सीईओ काउंसिल में भी शामिल हो चुकी है और उन्होंने इसी काउंसिल (टर्की), सीईओ काउंसिल (ऑस्ट्रेलिया) तथा सीईओ काउंसिल (एम्सटर्डम) का हिस्सा बनते हुए विदेश जाकर कंपनी की ओर से सम्मान एवं प्रशिक्षण प्राप्त किया है. ज्ञात रहे कि, पूरे विश्व में केवल 10 फीसद बीमा सलाहकार ही एमडीआरटी बनने का बहुमान हासिल कर पाते है. जिसके लिए उनके द्बारा पूरे साल भर में किए जाने वाले बीमा व्यवसाय का आकलन किया जाता है. ऐसे में केवल 81 दिन में एमडीआरटी पूरा करने का कारनामा करने वाली और समय से पहले तीसरी बार सीईओ काउंसिल के लिए क्वॉलिफाय होने संबंधित जयश्री सेवक (जयस्वाल) की उपलब्धि अपने आप में बेहद उल्लेखनीय हो जाती हैं. जयश्री सेवक (जयस्वाल) ने अपनी सफलता का श्रेय मैक्स लाइफ इंश्युरंस के मैनेजर रितेश डांगरा व ब्रॉन्च मैनेजर गौरव अग्रवाल के साथ ही अपने पति, सास-ससुर, माता-पिता तथा बेटी देविशा अपने परिजनों को दिया है.
उल्लेखनीय है कि किसी समय मैक्स लाइफ इश्युरंस में अच्छे खासे वेतन पर काम करने वाली जयश्री सेवक ने आगे चलकर अपनी जीवन में कुछ बडा कर गुजरने की चाहत लेकर अपनी सुरक्षित नौकरी को छोड दिया और वें उसी कंपनी के साथ बीमा सलाहकार के रुप में काम करनी लगी. जिसमें उन्हें कंपनी के अधिकारियों के साथ-साथ अपने पति एवं सास-ससुर तथा बेटी देविशा की ओर से भी भरपूर सहयोग व प्रोत्साहन मिला. जिसके चलते वे कदम दर कदम आगे बढती चली गई. आज उनके क्लाइंट्स में शहर के कई प्रतिष्ठित गणमान्यों का समावेश है और जयश्री सेवक अपने सभी क्लाइंट्स को उनकी जरुरत के हिसाब से बीमा संबंधित सलाह देने के साथ-साथ बीमा सेवाएं उपलब्ध करवाती हैं. जिसके चलते उनकी विश्वसनीयता लगातार बढती जा रही हैं.

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