टाकरखेडा शंभू/दि.13– बंद पेटी में से महालक्ष्मी के मुखौटे के साथ झोला-झोलीन के मुखौटे पेटी में बंद करके रखे थे. ऐसे में झोला-झोलीन के पुतले अचानक गणपति के सामने आकर नैवेद्य भक्षण कर रहे है, ऐसी खबर फैली और सैकडों ग्रामवासी यह अजूबा देखने के लिए टाकरखेडा शंभू के जूना प्लॉट निवासी राजेश अहिर के घर पहुंचे. बुधवार की देर रात तक नागरिकों का तांता लगा रहा.
गत 20 वर्षों से राजेश अहिर के घर महालक्ष्मी की स्थापना की जाती है. इस वर्ष कुछ घरेलू दिक्कतों की वजह से ऐन समय पर महालक्ष्मी पूजन का कार्यक्रम रद्द करना पडा. इसलिए राजेश अहिर के अनुसार वह और उसकी पत्नी ने गणेशजी के सामने तथा दो महालक्ष्मी के लिए नैवेद्य की थाली रखी थी. आरती के बाद वह अन्य नागरिकों के घर महालक्ष्मी का प्रसाद लेने गए थे. शाम को जब वह वापस लौटे तब उन्हें गणेश मूर्ति के सामने झोला-झोलीन के मुखौटे और उनके मुंह में सेवई का नैवेद्य दिखाई दिया. उन्होंने परिसर के नागरिकों को यह बात बताने पर संपूर्ण गांव यह अजूबा देखने के लिए उनके घर पहुंचा. देर रात तक नागरिकों की भीड लगी रही और अलग-अलग धारणाएं व्यक्त की गई.