जीजामाता एक तेजस्वी व्यक्तित्व- डॉ. लुंगे
जिजाउ बैंक आयोजित जिजाउ स्मृति व्याख्यानमाला
अमरावती/दि.25– जिजाउ कमर्शियल को-ऑपरेटीव बैंक द्वारा जिजाउ स्मृति दिवस उपलक्ष्य तीन दिवसीय व्याख्यानमाला का उद्घाटन सांसद बलवंत वानखडे के हस्ते किया गया. पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख भी विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित थे. अध्यक्षता बैंक के अध्यक्ष अविनाश कोठाले ने की. पहले दिन प्रसिद्ध वक्ता डॉ. अलका गायकवाड लुंगे ने ‘राष्ट्रमाता जिजाउ एक उर्जावान, अलौकीक, तेजस्वी व्यक्तित्व’ विषय पर उद्बोधन किया.
डॉ. अलका ने कहा कि, राष्ट्रमाता जिजाउ ने शिवराय को केवल स्वराज्य की प्रेरणा नहीं दी, अपितु स्वराज्य कैसे स्थापित होगा, इसके लिए मार्गदर्शन किया. स्वतंत्रता, समता, न्याय, विवेक और विज्ञान पर आधारित और सिद्धांतपूर्ण राजकाज जीजामाता की स्वराज्य की कल्पना की. इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही शिवाजी महाराज ने रयते का राज्य स्थापित किया. जनता के लिए सतत संघर्षशील राजा जीजामाता ने इस राष्ट्र को समर्पित किया. डॉ. लुंगे ने कहा कि, दिनोंदिन बढता जातिवाद का राजकारण, मानवीय मूल्यों का हो रहा र्हास, बढते महिला अत्याचार आदि के इस दौर में जीजामाता के विचार बडे उपयोगी और प्रभावी रहेंगे.
* अमरावती के विकास हेतु कटिबद्ध
व्याख्यानमाला का औपचारिक उद्घाटन सांसद वानखडे ने किया. उन्होंने कहा कि, शहर और जिले के विकास हेतु वे कटिबद्ध है. बैंक की ओर से सांसद वानखडे का स्नेहिल सत्कार किया या. इस समय पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख ने कहा कि, वानखडे की लोकसभा चुनाव में विजय जनशक्ति की जीत है. शहर के विकास की गति कायम रहने का दावा भी उन्होंने किया. अध्यक्षीय संबोधन में इंजी. कोठाले ने कहा कि, जिले के औद्योगिक विकास हेतु विमानतल से नियमित उडान ेशुरु होना आवश्यक है. उससे उद्योग आएंगे, यहां के नौजवानों को रोजगार के नये अवसर उपलब्ध होंगे. मंच पर प्रसिद्ध उद्यमि सचिन हिवसे, उपाध्यक्ष प्रदीप चौधरी व अन्य मान्यवर उपस्थित थे. संचालन पखाले ने किया. इस समय बैंक के संचालक नितिन डहाके, श्रीकांत टेकाले, डॉ. पल्लवी बारब्दे, प्रतीभा विधले, पुष्पाताई बोंडे, डॉ. विजय बोंडे, एड. विजय कोठाले, प्रा. साहेबराव विधले, डॉ. वनिता काले, प्रा. डॉ. कल्पना कोठाले, दिलीप बारबुद्धे, नितिन वानखडे, संजय ढारे, विधले, जगताप, प्रल्हाद कोहले, महल्ले, जाधव, नाशिरकर, रायधानी, बाबासाहब कडू, बारसे, एड. रवि तायडे, एड. सदार और अनेक मान्यवरों की उपस्थिति रही.