अमरावती

जिवनपुरा बालाजी वार्षीक यात्रा महोत्सव कार्यक्रम नहीं होंगा

अचलपुर/दि.२९ – स्थानिक अचलपूर  जिवनपूरा यहा पर बालाजी संस्थान का मंदिर है कहा जाता है बालाजी संस्थान की स्थापना 6/6/1118 मे सुबह 7 बजके 51 मिनिट के काल के की गयी थी. जब बालाजी मुर्ती की स्थापना की गई थी तब यहा जैन धर्म पंथीयो का वर्चस्व था.बालाजी संस्थान को शहर के पुराने मंदीर मे से एक मंदीर माना जाता है. संस्थान की और से हर साल बालाजी वार्षीक यात्रा महोत्सव बडे गाजे बाजे साथ उत्साह से मनाया जाता है. यह कार्यक्रम पाच दीन चलता है. उसमे पहले दीन सिंह की पुजा होती है,दुसरे दीन घोडे की पुजा होती है,तीसरे दीन हत्ती की पुजा होती है,चौथे दीन सिंह,हत्ती,घोडा,गरूड,हनूमानजी इन पंच वाहन और ताटीका वध होता है,पाचवे दीन पंच वाहन की पुजा और सुबह ही भावीक भक्तो के लोटांगण होते है.यह कार्यक्रम देखने के लिये श्रद्धालु भक्त भारत के कोणे कोणे से जिवनपुरा अचलपूर यहा आते है. कहा जाता बलाजी मंदिर से देड कीलो मीटर दुर बिच्छन नदी तक लोग अपनी अनोकामना पुर्ण करणे के लिये लोटांगण दालते है. यह भी कहा जाता है की देड कीलो मीटर इतना लंबा लोटांगन महाराष्ट्र मे कीसी मंदीर मे देखने को नहीं मिलता. इसी के कारण लोटांगण का कार्यक्रम बालाजी संस्थान की और से बडा भव्य दीव्य कीया जाता है. मंदीर से लेकरं बिच्छन नदी तक हजारो भाविक भक्तो की गर्दी देखने को मिलती है.भक्तो के स्वागत के लिये जिवनपुरा यहा के सभी लोग आपसी मतभेद भुल कर एक हो जाते हैं. मंदीर से लेकरं तो बिच्छन नदी तक पाणी , चाय, नास्ते की व्यवस्था करते हैं. बालाजी संस्थान तथा जिवनपुरा वार्ड के सभी लोग भक्तो का स्वागत घर के महेमान की तरह करते है. संस्थान तथा लोगो के यही प्यार के वजह से बाहर गाव के भक्तो मे हर साल बडा उत्साह दीखाई देता है. कार्यक्रम समाप्ती के दीन बडा भंडारा रखा जाता है. उस दीन हजारो भाविक भक्त महाप्रसाद का लाभ लेते है. इस प्रकार बडी उत्साह के साथ जिवनपुरा बालाजी बार्षीक यात्रा महोत्सव का कार्यक्रम होता है.लेकीन इस साल जिवनपुरा बालाजी वार्षीक यात्रा महोत्सव कोरोणा माहामारी के वजह से कार्यक्रम की परवानगी न मिलने के कारण यह कार्यक्रम रद्द कीया गया है. इस प्रकार के फलक जिवनपुरा वार्ड मे लगाये गये है.इस वजह से बालाजी भक्तो मे काफी निराशा देखने को मिल रही है.शहर मे लाॅकडाऊन नहीं दीख रहा है.शहर के सभी मार्केट शुरु है.शहर के सभी बार तथा दारु के दुकान खुले है. शहर में सभी अवैध धंदे सुरू है. ये सब शुरू रहने के बाद जिवनपुरा बालाजी वार्षीक यात्रा महोत्सव साल में एकबार आता है . इसके के लिये प्रशासन क्यो विरोध कर रहा है.बालाजी सस्थान को बालाजी भक्तो के लोटांगण के लिये बालाजी मंदिर खुला रखने की परवानगी क्यो नहीं दे रहे है. इस प्रकार का निराशाजनक संताप भक्तो मे देखने को मिल रहा है. भक्तो के लोटांगण के दीन प्रशासन मंदीर को खुला रखने की इजाजत दे इस प्रकार की मांग बालाजी भक्त बालाजी संस्थान तथा प्रशासन से कर रहे है.

सभी भावीक भक्तो से सहकार्य की अपेक्षा

जिवनपुरा बालाजी वार्षीक यात्रा महोत्सव हर साल बडे जल्लोष और उत्साह के साथ मनाया जाता है.लेकीस इस वर्ष कोरोणा माहामारी के वजह से प्रशासन से लोटांगण तथा कार्यक्रम की परवानगी न मिलने के कारण संस्थान की और से प्रशासन के सभी नियमोका पालन कर ही इस वर्ष जिवनपुरा बालाजी वार्षीक यात्रा महोत्सव शांततापूर्ण सफल करेंगे.संस्थान का अध्यक्ष होने के नाते सभी भावीक भक्त इस साल शांततापूर्ण बालाजी संस्थान को सहकार्य करेंगे ऐसी उम्मीद करता हुं.
विनोद शामगुले
अध्यक्ष बालाजी संस्थान जिवनपुरा अचलपुर.

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