अमरावतीमहाराष्ट्र

जेएन-1 का संक्रमण जानलेवा नहीं

इम्यूनिटी बढाकर रहा जा सकता है कोविडमुक्त

अमरावती /दि.26– इस समय हर ओर कोविड वायरस के जेएन-1 नामक नये वैरियंट की चर्चा चल रही है और लोगों में इसे लेकर काफी हद तक भय का वातावरण भी है. क्योंकि इससे पहले वर्ष 2020 एवं वर्ष 2021 में कोविड वायरस और उसके डेल्टा नामक वैरियंट की वजह से फैली महामारी का असर और कहर सभी लोग देख चुके है. जिसके चलते कोविड वायरस के जेएन-1 नामक सब वैरियंट की वजह से फैल रहे संक्रमण को लेकर भी काफी हद तक डर का माहौल है. परंतु स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक जेएन-1 नामक सब वैरियंट का संक्रमण बिल्कुल भी जानलेवा व खतरनाक नहीं है. अत: इससे भय मुक्त रहते हुए अपनी रोग प्रतिकारक शक्ति को बढाने पर ध्यान दिया जाना चाहिए. ऐसा करने से ही कोविडमुक्त रहा जा सकता है. साथ ही जेएन-1 के संक्रमण की चपेट में आने पर अस्पताल में ही भर्ती होने की जरुरत नहीं पडती.

* सर्दी-खांसी की ओर ध्यान दें
यदि सर्दी-खांसी लंबे समय से चल रही है और सांस फुलने जैसी दिक्कत हो रही है, तो तुरंत ही शरीर में ऑक्सीजन के स्तर की जांच करनी चाहिए. साथ ही छाती का एक्सरे निकालकर इलाज कराना चाहिए. जिसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की जरुरत नहीं है.

* लक्षण
– नाक से पानी बहना
– नाक बंद हो जाना
– कमजोरी महसूस होना
– सिरदर्द व बदनदर्द होना
– स्वाद व सुगंध महसूस नहीं होना
– सर्दी व खांसी होना
– लंबे समय तक खांसी रहना

* ‘उन’ तीनों की मौत कोरोना से नहीं
देश में इस समय जेएन-1 सबवैरियंट से संक्रमित 5 हजार से अधिक मरीज है, जिनमें से 3 मरीजों की मौत हुई है. इसे लेकर अच्छा खासा हडकंप व्याप्त हो गया था. वहीं अब यह जानकारी सामने आयी है कि, उन तीनों मरीजों की मौत कोविड संक्रमण की वजह से नहीं, बल्कि कैंसर की बीमारी की वजह से हुई थी. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, प्रत्येक व्यक्ति ने अपनी रोगप्रतिकारक शक्ति को बढाने की ओर ध्यान देना चाहिए.

* तेजी से फैलता है वायरस
– जेएन-1 वैरियंट काफी तेजी से फैलने वाला वायरस है, ऐसे में भीडभाड वाले स्थान पर मास्क का प्रयोग करना तथा सर्दी व खांसी से पीडित लोगों से दूर रहना ही सबसे बेहतरीन उपाय है.
– कोविड पर काम करने वाले राष्ट्रीय टीकाकरण तांत्रिक सलाहकार समूह की ओर से किये गये अध्ययन के मुताबिक फिलहाल अतिरिक्त टीकाकरण की जरुरत नहीं है. जिसके चलते सभी ने भयमुक्त रहते हुए इस वायरस का समना करना चाहिए.

* दुनिया एक बार फिर संक्रमण की चपेट में
साल के अंत में कोविड के ओमिक्रॉन वैरियंट के जेएन-1 नामक सबवैरियंट की वजह से दुनिया एक बार फिर कोविड महामारी के संक्रमण की चपेट में दिखाई दे रही है. जिसकी वजह से महामारी को लेकर भय व चिंता का माहौल है.

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