संयुक्त न्याय संघर्ष समिति का इर्विन चौक पर जोरदार ठिया आंदोलन
परभणी और बीड की घटनाओं का निषेध
* सैकडों का जोश पूर्ण सहभाग, जिलाधीश को सौंपा ज्ञापन
* पूर्व विधायक बच्चू कडू ने भेंट देकर की घटना की कडी निंदा
* कांग्रेस, मराठा सेवा संघ, वंचित व एनसीपी सहित अनेक लोग रहे उपस्थित
अमरावती/दि. 28- परभणी के सामाजिक कार्यकर्ता सोमनाथ सूर्यवंशी और बीड जिले के मस्साजोग के पूर्व सरपंच संतोष देशमुख के हत्याकांड में न्याय दिलवाने के लिए आज सवेरे 11 बजे से इर्विन चौक पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा को अभिवादन कर बीड-परभणी संयुक्त न्याय संघर्ष समिति अमरावती की तरफ से एक दिवसीय ठिया आंदोलन किया गया. इस आंदोलन में पूर्व विधायक बच्चू कडू सहित कांग्रेस के प्रदेश महासचिव किशोर बोरकर, संभाजी ब्रिगेड के मनीष पाटील, प्रा. भैया साहेब मेटकर सहित अनेक राजनीतिक दलों के नेता व मराठा सेवा संघ व अन्य सहयोगी संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए. सभी ने दोनों घटनाओं की कडी निंदा करते हुए राज्य सरकार की कार्यप्रणाली का निषेध किया. सैकडों की संख्या में लोगों ने ठिया में भाग लेकर सरकार से दोनों ही प्रकरणों में दोषियों पर कडी कार्रवाई की मांग करते हुए पीडित परिवारों को सानुग्रह राशि देने की मांग भी रखी. दोपहर 3 बजे जिलाधिकारी सौरभ कटियार को अपनी मांगो का ज्ञापन भी सौंपा.
पूर्व सरपंच संतोष देशमुख की अपहरण कर निर्मम हत्या कर दी गई थी. इसी तरह परभणी के सामाजिक कार्यकर्ता सोमनाथ सूर्यवंशी की पुुलिस कस्टडी में हुई मृत्यू के बाद काफी तनाव निर्माण हो गया था. दोषियों पर कडी कार्रवाई करने के लिए संपूर्ण राज्य में तीव्र आंदोलन किए जा रहे है और राज्य सरकार की भूमिका को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. संतोष देशमुख हत्याकांड में फरार आरोपियों को पकडकर कडी सजा दिए जाने की मांग को लेकर आज बीड जिले में मूक मोर्चे का भी आयोजन किया गया है. साथ ही पुलिस कस्टडी में सोमनाथ सूर्यवंशी की हुई मृत्यू मामले की भी जांच कर दोषी पुुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग करते हुए पीडित परिवारों को सानुग्रह अनुदान मिलने की मांग को लेकर आज इर्विन चौहारे पर सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक ठिया आंदोलन किया गया. इस दौरान राज्य की दोनों घटनाओं की कडी निंदा की गई. दोपहर 3 बजे संयुक्त न्याय संघर्ष समिति व्दारा जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा गया. ठिया आंदोलन शुरू करने से पूर्व डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के पुतले पर माल्यापर्ण किया गया और स्वर्गीय सोमनाथ सूर्यवंशी और स्व. संतोष देशमुख को भावपूर्ण श्रध्दांजलि अर्पित की गई. इस अवसर पर अरविंद गावंडे, मनीष पाटील, जयंत इंगोले,प्रा. भैयासाहेब मेटकर, भैयासाहेब निचल. विजय डीके, दिनेश देशमुख, राव साहेब देशमुख, राजा देशमुख, प्रा. दीपक देशमुख, नितिन देशमुख, किशोर बोरकर, राजेश देशमुख, नंदकिशोर जगताप, अमोल देशमुख, शुभम देशमुख, अंबादास काचोले, रणजीत तिडके, प्रशांत देशमुख, अंकुश डहाके, अनिकेत देशमुख, प्रेम देशमुख, पंकज देशमुख, नितिन देशमुख, एड. महेश देशमुख, विक्रम महल्ले, विक्रम देशमुख, विवेक देशमुख, अभिजीत कनसे, मनोज मोरे, सूर्यकांत देशमुख, डॉ. प्रफुल्ल गुडधे, प्रा.डा. अनिल देशमुख, भास्कर गावंडे, विवेक देशमुख, प्रा. बंडोपंत भुयार, भानुदास बोदडे, अन्नासाहेब धोटे, मनोहर कडू, अतुल देशमुख, सतिश देशमुख, यशवंत बादल, जयंत देशमुख, अभिजीत देशमुख, राजेन्द्र ठाकरे, अतुल देशमुख, रविन्द्र देशमुख, मुकुंद देशमुख, बाबाराव कडू, बंटी रामटेके, राहुल ठाकरे, राणा देशमुख, नरेश देशमुख, रामेश्वर दांडगे, अनिल देशमुख, अरुणराव देशमुख, पीआर पाटील, सागर देशमुख, प्रा. डॉ. बालकृष्ण, जगदीश गोवर्धन, डॉ. एसआर निर्मल, मयूरा देशमुख, एड. प्रशांत देशमुख, ईश्वर भिलावेकर, निखिल कदम, अनिरुध्द देशमुख, डॉ. प्रशांत विघे, समीर जवंजाल, प्रमोद कुचे, डॉ. तुषार देशमुख, किशोर वडनेरकर सहित सैकडों की संख्या में कार्यकतार्यओं की उपस्थिती रही.
जाति-धर्म के नाम पर राजनीति- बच्चू कडू
पूर्व विधायक तथा जिला बैंक के अध्यक्ष बच्चू कडू ने इर्विन चौक के ठिया आंदोलन को भेट देते हुए अपना समर्थन देकर सोमनाथ सूर्यवंशी और पूर्व सरपंच संतोष देशमुख के परिजनों को न्याय दिलवाने के लिए सभी से आवाज उठाने का आवाहन किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में जाति-धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है. उन्होंने आरोप किया कि सत्ता रही तो कुछ भी करों, कुछ नहीं होता, यह उसका जीता जागता उदाहरण है. दोनों घटनाओं के बाद भी अब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई है. इस कारण लोगों में डर निर्माण हो गया है. ऐसे प्रकरणों में दोषियों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए. सरकार के विरोध में आवाज उठाने के लिए राज्य में बडी बैठक लेना जरूरी है. कडू ने दोनों घटनाओं की कडे शब्दों में निंदा करते हुए मृतकों को श्रध्दांजलि अर्पित की.